मायागंज अस्पताल के फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल के अंदर एवं बाहर बुधवार को मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ राजकमल चौधरी की अगुवाई में कोरोना के मरीज के आने की दशा में जांच व इलाज को लेकर मॉकड्रिल किया गया. कोरोना के संदिग्ध मरीज को बुधवार को दोपहर करीब 12 बजे मायागंज अस्पताल के फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां पर जैसे ही मरीज एंबुलेंस से उतरा, वहां पर पीपीई किट पहने दो ट्रॉलीमैन ने मरीज को ट्राली पर लेकर फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल के गैलरी में ले गये. जहां पर पीपीई किट पहने डॉ ओबेद अली अपने चेंबर से बाहर निकले और गैलरी में ट्राली पर पड़े मरीज से उसकी सेहत के बारे में पूछा तो उसने बताया कि उसे सांस लेने में परेशानी हो रही है. वहीं पीओडी डॉ कुमार सौरभ ने उस मरीज की नब्ज थामी. इसके बाद डॉ ओबेद अली ने कोरोना वार्ड ले जाने का निर्देश दिया. मरीज को कोरोना वार्ड में ले जाकर बेड पर लिटा दिया गया, जहां पर पीपीई किट पहने नर्सों ने मरीज का बीपी, पल्स रेट, एसपीओटू (आक्सीजन लेवल) व बॉडी टेंपरेचर मापा. लैब टेक्नीशियन ने मरीज का आरटीपीसीआर पद्धति से कोरोना जांच करने के लिए सैंपल लिया और उसे मेडिकल कॉलेज भेज दिया. इस मॉकड्रिल के दौरान पीजी छात्र डॉ पवन, डॉ गगन, डॉ आलोक कुमार, हॉस्पिटल मैनेजर सुनील कुमार गुप्ता व मेडिसिन विभाग के हेल्थ मैनेजर वीरमणि कुमार आदि मौजूद थे.
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