प्रभात खासभागलपुर में मशीनरी बैंक स्थापित करने के लिए आठ लाख रुपये खर्च करने की मिली स्वीकृति
उपमुख्य संवाददाता, भागलपुर
किसानों को अब इस बात का मलाल नहीं होगा कि खेती करने के लिए उनके पास आधुनिक कृषि यंत्र नहीं है. चतुर्थ कृषि रोड मैप अंतर्गत केंद्र प्रायोजित सब मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन के लिए वित्तीय वर्ष 2025-26 में किसानों को अनुदानित दर पर फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना के लिए अनुदान मिलेगा. भागलपुर में फिलहाल एक बैंक स्थापित करने के लिए आठ लाख रुपये खर्च करने की स्वीकृति कृषि विभाग ने दी है. कुल तीन करोड़ सात लाख रुपये की योजना के कार्यान्वयन व खर्च की स्वीकृति प्रदान की गयी है.
समूह के माध्यम से होगी स्थापना
फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना व क्रियान्वयन समूह के माध्यम से होगा. जीविका के समूह, ग्राम संगठन, क्लस्टर फेडरेशन, आत्मा से संबद्ध फार्मर इन्ट्रेस्ट ग्रुप नावार्ड, राष्ट्रीयकृत बैंक से संबद्ध किसान क्लब, एफपीओ, एफपीसी, स्वंय सहायता समूह व पैक्स आदि के माध्यम से स्थापित कराया जायेगा. समूह द्वारा कृषि विभाग की बेवसाइट – http://farmech.bihar.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन किया जायेगा. फार्म मशीनरी बैंक स्थापित किये जाने से लघु, मंझोले व सीमांत किसान तक उन्नत कृषि यंत्र की पहुंच आसानी से हो पायेगा.कुल लागत 10 लाख, अनुदान आठ लाख
इस योजना पर कुल लागत 10 लाख रुपये का आयेगा, जिस पर 80 प्रतिशत अधिकतम आठ लाख रुपये अनुदानित दर पर एक बैंक की स्थापना होगी. राज्य में कुल 38 फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना की जायेगी.चार श्रेणी के यंत्र बैंक में होंगे उपलब्ध
फार्म मशीनरी बैंक में स्थानीय फसल चक्र के अनुसार चार श्रेणी के यंत्र उपलब्ध रहेंगे. इसमें ट्रैक्टर चालित या स्वचालित दोनों तरह के यंत्र होंगे. जुताई, बोआई/रोपनी, कटाई व थ्रेसिंग श्रेणी के यंत्र खरीद किये जायेंगे.फार्म मशीनरी बैंक में ये यंत्र भी रहेंगेयंत्र : अनुदान की राशि
ट्रैक्टर : 2,40,000 रोटो कल्टीवेटर : 1,36,000डिस्क प्लाऊ : 32,000कल्टीवेटर : 20,000
पावर टीलर : 1,20,000सुपर सीडर : 1,52,000जीरो टीलेज : 43,000राइस-व्हीट सीडर : 8,000
पोटैटो प्लांटर : 80,000बैट्री ऑपरेटेड ब्रश कटर : 20,000रीपर : 40,000मेज थ्रेसर कम पीलर : 20,000
रोटरी मल्चर : 1,20,000लेवेलर : 12,000सोलर स्प्रेयर : 14,400पंपसेट : 16,000
पैडी वीडर : 60,000(नोट : सूची में इस तरह के 54 यंत्र शामिल हैं, जिस पर अनुदान तय किया गया है.)डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है