न्याय की पहली सीढ़ी एफआइआर होती है. जब यही 118 दिन बाद दर्ज हो, तो सोचिए पीड़ित के लिए न्याय का रास्ता कितना बेबस और लाचार कर देने वाला होगा. मामला भागलपुर जिले के सजौर प्रखंड का है. सजौर के वार्ड नंबर पांच निवासी गणेश दास की पत्नी अनोखा देवी की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी थी. मामले में गोरडीह के बसेठा निवासी 80 वर्षीय वृद्ध मृतिका के पिता वसंत दास ने पुत्री की मौत के लिए पति गणेश दास को जिम्मेदार ठहराते हुए एसिड पिला कर हत्या करने का आरोप लगाया था. इस वर्ष छह फरवरी को ही घटना हुई थी. उसी दिन पीड़ित पिता ने जेएलएनएमसीएच मायागंज स्थित बरारी थाना पुलिस के समक्ष अपना बयान दिया था, लेकिन वृद्ध का बयान बरारी कैंप थाने से सजौर थाना पहुंचने में 118 दिन लग गये. अब तीन जून को सजौर थाने की पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया है.
क्या था पूरा मामलाडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है