भागलपुर. जीरोमाइल से विक्रमशिला सेतु पहुंच पथ पर स्थित टीओपी के सामने शुक्रवार की सुबह भीषण आग लग गई. सड़क किनारे झोपड़ी बनाकर रह रहे 13 परिवारों का घर जलकर राख हो गया. हालांकि, इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. घटना सुबह करीब 10 बजे की है. आग लगते ही स्थानीय लोगों ने 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने तत्काल अग्निशमन विभाग को खबर दी.
पीड़ितों ने बताया कि उनके घरों में कुछ भी नहीं बचा. करीब ढाई लाख रुपये नगद, सात एलईडी टीवी, दस से अधिक मोबाइल, बर्तन, कपड़े और जरूरी कागजात जलकर राख हो गए. पीड़ितों ने कहा कि वह पिछले 30 वर्षों से सड़क किनारे सरकारी जमीन पर झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं. पहले बरारी घाट के पास रहते थे. विक्रमशिला सेतु निर्माण के समय वहां से हटाए जाने के बाद से यहां रहते थे. पीड़ितों ने प्रशासन से मुआवजा और पुनर्वास की मांग की है.
आग बुझाने के दौरान विक्रमशिला सेतु पर जाम
आग बुझाने के दौरान विक्रमशिला सेतु और पहुंच पथ पर लंबा जाम लग गया. दमकल और अन्य राहत वाहनों के कारण विक्रमशिला सेतु पर यातायात प्रभावित रहा. इस दौरान जाह्नवी चौक से लेकर जीरोमाइल तक वाहनों की लंबी कतार लग गई थी. जाम में फंसे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. करीब दो घंटे तक यातायात बाधित रहा. विक्रमशिला टीओपी पुलिस के प्रयास से दोपहर करीब 12 बजे तक यातायात पूर्ववत हो सका.फायर ब्रिगेड टीम के जवानों ने दिखायी बहादुरी
घटना की सूचना मिलते ही महज 10 मिनट के अंदर अग्निशमन अधिकारी नागेन्द्र उपाध्याय और बास्की राय के नेतृत्व में फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच गई थी. आग की भयावहता को देखते हुए पांच छोटे और पांच बड़े दमकलों को लगाया गया. टीम के जवान तरुण कुमार, संजय कुमार, नीतीश कुमार, चंचल कुमार, प्रीति कुमारी, चांदनी कुमारी और दुर्गेश कुमार ने बहादुरी का परिचय देते हुए एक घंटे के भीतर आग पर काबू पा लिया. दमकलकर्मियों के तत्पर प्रयास से आग को फैलने से रोका जा सका और बड़ी क्षति टली.
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