– बिहार की तीसरी सबसे बड़ी आबादी वाला शहर बन चुका है भागलपुर
गौतम वेदपाणि, भागलपुर
भारत जनसंख्या के मामले में चीन को पछाड़ कर दुनिया में पहले स्थान पर पहुंच गया है. बढ़ती जनसंख्या का बोझ बिहार समेत भागलपुर जिले पर भी पड़ा है. बिहार की तीसरी सबसे बड़ी आबादी वाला शहर भागलपुर नगर निगम क्षेत्र बन चुका है. टीएमबीयू के पीजी भूगोल विभाग के पूर्व एचओडी डॉ एसएन पांडेय बताते हैं कि 1881 में देश में पहली बार जनगणना हुई थी. तब भागलपुर शहर की आबादी 45 हजार के करीब थी. बीते 140 वर्षों में दूसरे जिले व गांवों से पलायन कर लोग शहरी क्षेत्र में बसे. 2023 में भागलपुर नगर निगम क्षेत्र के 51 वार्ड में 4,60,297 लोग रहते थे. फिलहाल शहर की आबादी पांच लाख से अधिक हो चुकी है.एक दशक में जिले की जनसंख्या नौ लाख तक बढ़ी
राज्य सरकार द्वारा 2023 में किये गये जाति आधारित जनगणना के आंकड़े के अनुसार जिले की जनसंख्या 39 लाख 41 हजार 563 तक पहुंच गयी है. वहीं 2011 में हुई जनगणना में जिले की आबादी 30 लाख 37 हजार 766 थी. करीब एक दशक में जिले की जनसंख्या में नौ लाख तीन हजार 797 की बढ़ोतरी हुई. पूरे जिले में सबसे ज्यादा जनसंख्या भागलपुर नगर निगम क्षेत्र की है. नगर निगम क्षेत्र में 2021-22 में पॉपुलेशन ग्रोथ रेट 1.85 प्रतिशत, 22-23 में 1.81 प्रतिशत और 2024 में 1.98 प्रतिशत था.बढ़ती आबादी के कारण सबसे प्रदूषित शहरों में है शुमार
बढ़ती आबादी के कारण संसाधन कम पड़ने लगे हैं. शहर की सड़कों पर दिनभर जाम लगा रहता है. मायागंज समेत अन्य अस्पतालों में मरीजों की लंबी कतार दिखती है. रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड का भी यही हाल है. इस कारण भागलपुर शहर दुनिया के 100 सबसे वायु प्रदूषित शहरों में शामिल हो चुका है. कभी शहरी क्षेत्रफल 31 वर्ग किलोमीटर था. जिसे अब स्मार्ट सिटी के तहत करीब दोगुना कर दिया गया है. दक्षिणी क्षेत्र की कृषि योग्य भूमि व हरियाली खत्म हो चुकी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है