वरीय संवाददाता, भागलपुर
आनंदराम ढांढनिया सरस्वती विद्या मंदिर व रघुनंदन गोयनका सरस्वती शिशु वाटिका में सोमवार को पांच दिवसीय प्रांतीय शिशु वाटिका प्रशिक्षण वर्ग की शुरुआत हुई. इसमें शिशु शिक्षा प्रबंध समिति और भारती शिक्षा समिति बिहार के प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा, भागलपुर और बांका के जिला निरीक्षक विनोद कुमार, भोजपुर के जिला निरीक्षक और शिशु वाटिका मार्गदर्शक वीरेंद्र कुमार, विशिष्ट अतिथि बालमुकुंद गोयनका, विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष अतुल कुमार ढांढनिया, विद्यालय के प्रधानाचार्य सुमंत कुमार और प्रशिक्षक ऋचा कुमारी, अनामिका स्वराज, अन्नु कुमारी और अनिता सिन्हा शामिल हुए.प्राचार्य सुमंत कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया. वीरेंद्र कुमार ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखी. प्रदीप कुमार कुशवाहा ने कहा कि बालकों का सर्वांगीण विकास जरूरी है. उनमें पारिवारिक भाव व राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप संस्कार विकसित करना है. विद्या भारती की 12 व्यवस्थाएं हर स्कूल में लागू हों. शिशु वाटिका की आचार्याें का बौद्धिक विकास हो. बच्चों के भविष्य निर्माण में अपनी भूमिका को समझें. खुद को उसके अनुरूप तैयार करें. प्रशिक्षण से मिले अनुभवों को सभी अपने-अपने विद्यालयों में लागू करें. संचालन विनोद कुमार ने किया.
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