पीरपैंती महर्षि मेंहीं योग सेवा आश्रम ट्रस्ट मुरली पहाड़ पर गुरु पूर्णिमा पर भव्य सत्संग हुआ. गुरु महाराज के फोटो पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर गुरु के महत्व पर प्रकाश डाला गया. सतानंद उर्फ मिश्री बाबा ने गुरु वेद व्यास की जयंती पर उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला. गुरु पूर्णिमा पर विधायक इं ललन पासवान ने आश्रम के आचार्य मिश्री बाबा सहित बुजुर्गों को गमछा देकर सम्मानित किया. उन्होंने योगेश कौशल, मणि प्रसाद मंडल, मुकेश आजाद, अशोक भगत, अश्विनी गुप्ता, गुरुदेव साह, गोपाल साह, मिश्री बाबा, धीरन बाबा, मुनेश्वर बाबा, मंजय बाबा, गयानाथ बाबा और सीताराम बाबा को गमछा से सम्मानित किया. मौके पर मंटू रजक, मो रुस्तम, चंदन मंडल, प्रो सुदामा महतो, अमित कुमार, रीता भगत, रेनू भगत, सुनीता देवी, पुष्पा भगत, डॉ नरेश समेत हजारों लोग कार्यक्रम में उपस्थित थे. विधायक ने कहा कि आश्रम के लिए जल्द सीढ़ी का निर्माण होगा, ताकि बड़े और बुजुर्ग को आश्रम तक जाने के लिए कठिनाई नहीं हो. पीरपैंती प्रखंड के हीरानंद कुंवर बासा स्थित स्वामी हरिनारायण ब्रह्मचारी जी महाराज के कृपापात्र बाल संत त्यागी जी महाराज के आश्रम परिसर में गुरु पूर्णिमा पर विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम हुआ. मौके पर वाराणसी एवं वृंदावन के विद्वान आचार्य द्वारा गुरु पूजन, सत्यनारायण कथा, सुंदरकांड का पाठ संपन्न करवाया गया. बाल संत त्यागी जी महाराज ने बताया कि गुरु पूर्णिमा से लेकर चार महीने तक चलने वाले चातुर्मास व्रत का आज शुभारंभ हुआ है, दूर-दराज से पहुंचे शिष्य एवं भक्तों के लिए वृहद रूप से भंडारे का आयोजन किया गया है, जिसमें सभी ने प्रसाद ग्रहण किया. डॉ राजेंद्र प्रसाद सिंह, सत्यनारायण, भुलन दुबे, कुंदन ओझा, कुंदन कुंवर, जितेंद्र कुंवर, अनिल कुंवर, कानतेश कुंवर, रमेश कुंवर, इंद्रदेव कुंवर व समस्त ग्रामवासी तन, मन, धन से कार्यक्रम में शामिल रहे.
गुरु पूर्णिमा पर बच्चों ने की गुरुजनों की पूजा
गुरु पूर्णिमा पर बच्चों ने गुरुवार को गुरुजनों की पूजा अर्चना करश्रद्धापूर्वक गुरु पर्व को मनाया. चेतना सत्र में प्रधानाध्यापक आशुतोष चंद्र मिश्र ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु ही है जो हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते हैं. हमारा प्रथम गुरु मां होती है जो हमें इस दुनिया में लायी है. मां दुनिया में लाने से पहले अपने अन्दर हमारा पालन-पोषण करते हुए ज्ञान और संस्कार प्रदान करती है. दुनिया में आने के बाद जब कभी हमें कोई संकट आता है, तो हमारे मुख से मां शब्द ही निकलता है. हमें प्रत्येक दिन और हर समय इस प्रत्यक्ष ईश्वर एवं प्रथम गुरु की पूजा अर्चना करनी चाहिए. मध्यान्ह भोजन के बाद बच्चों ने गुरु के सम्मान में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया, जिसमें विद्या, संध्या, मानवी, रुक्मिणी, शुभांसी, अनन्या, तन्नु, त्रिसा,साजन, अंशु ने अहम भूमिका निभाई. इस अवसर पर शिक्षक बिंदू कुमारी, प्रतिमा मिश्रा, नवल किशोर पंजियारा, नीरज कुमार, अविनाश सरोज, मुरली कुमार मंडल, शाहिना खातून, कौशिल्या कुमारी, भारती कुमारी, वीवी नाहिदा सहित सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है