शाहकुंड प्रोजेक्टर गर्ल्स स्कूल में कार्यरत संगीत शिक्षक त्रिपुरारी इन दिनों इस बात को लेकर चर्चा में हैं कि अंग क्षेत्र को प्रदूषण मुक्त करने के लिए पीपल, नीम, तुलसी आदि के पौधे लगाने को लेकर बढ़ावा दे रहे हैं. त्रिपुरारी का कहना है कि बचपन से ही पौधे लगाने में रुचि रही है. पर्यावरण संरक्षण को लेकर अपने पेशा से समय बचाकर पौधरोपण करते हैं. हरियाली के बीच गायन व वादन में भी मन रमता है. शरीर स्वस्थ रहेगा, तभी मन स्वस्थ रहेगा. इसके लिए हरियाली जरूरी है. अब तक 500 पौधे लगा चुके हैं.
सैलून संचालक आशीष सिंह मैदान व सड़क पर लगाते हैं पाैधे
मुंदीचक निवासी सैलून संचालक आशीष सिंह ने उच्च शिक्षा प्राप्त कर बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिए तिलकामांझी रोड में सैलून खोला. इसी क्रम में बिना किसी संगठन के युवाओं को एकजुट करके जयप्रकाश उद्यान, तिलकामांझी समेत विभिन्न मुख्य मार्ग के किनारे पौधरोपण किया. सैंडिस कंपाउंड व जयप्रकाश उद्यान में पौधे की देखभाल भी वर्षों तक की. बिना किसी प्रचार-प्रसार के पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य कर रहे हैं.
5000 से अधिक पौधे को पेड़ में बदल चुके हैं महादेवडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है