सन्हौला प्रखंड क्षेत्र के अमडंडा पंचायत का पंचायत सरकार भवन निर्माण में हाई कोर्ट के आदेश की सरेआम धज्जियां उड़ रही है. सरकार भवन निर्माण कार्य पर हाई कोर्ट ने रोक लगा दी है, लेकिन स्थानीय पदाधिकारी की मिलीभगत से निर्माण कार्य चल रहा है. स्थानीय लोगो में रोष है. कोर्ट से इसको लेकर आदेश प्राप्त है. स्थानीय पदाधिकारी को निर्माण कार्य पर रोक लगाने का आदेश प्राप्त है. कोर्ट के आदेश को गुमराह करते हुई पदाधिकारी की देखरेख में ही निर्माण कार्य हो रहा है.
क्या था मामला
अमडंडा पंचायत सरकार भवन निर्माण शुरू से ही विवादित रहा है. सर्व प्रथम निर्माण कार्य को लेकर अमडंडा बुजुर्ग मौजा में चयन हुआ. स्थानीय राजनीति शुरू हुई. वहां से फिर भवन निर्माण कार्य पूर्व से विवादित जमीन मिनापुर मौजा के खाता संख्या 87 खेसरा संख्या 132 पर स्थानीय पदाधिकारी ने एनओसी देकर निर्माण कार्य प्रारंभ कराया. उक्त विवादित जमीन पर सरकार भवन निर्माण को लेकर पूर्व बीडीओ ने कोर्ट को शपथ पत्र समर्पित कर दिया था कि मिनापुर मौजा में सरकार भवन का निर्माण नहीं होगा. स्थानीय मुखिया और पदाधिकारी की मिलीभगत से उसी विवादित जमीन पर भवन निर्माण हो रहा है, जबकि सरकार भवन पंचायत के राजस्व गांव में बनना है. पदाधिकारी की इस रवैये से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है. निर्माण कार्य पर रोक नहीं लगने पर इसकी लिखित शिकायत वरीय पदाधिकारी से कर कोर्ट के आदेश पालन करने का मांग की. इस संबंध में बीडीओ शेखर सुमन ने बताया की कोर्ट के आदेश तक निर्माण कार्य को बंद कराया गया है. जब निर्माण कार्य का आदेश होगा, तब निर्माण कार्य प्रारम्भ होगा, जबकि भवन निर्माण कार्य बंद ही नहीं हुआ है.दो दिवसीय सालाना उर्स में कव्वाली का आयोजन
सुलतानगंज- मुंगेर एनएच-80 घोरघट के समीप हजरत निर्घिन साह व हजरत सत्तार साह बाबा का दो दिवसीय सालाना उर्स सोमवार को संपन्न हो गया. देर शाम से रात तक कव्वाली हुआ. मो सलामुद्दीन ने बताया कि रविवार देर रात तक जलसा के में उलेमा ने तकरीर की. कव्वाली मुकाबला बरेली उत्तर प्रदेश की कव्वाल सुफिया चिश्ती व कव्वाल बिहार गया से खान भारती के बीच हुआ. उर्स में काफी संख्या में दूर-दूर से लोग पहुंचे थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है