प्रजापिता ब्राह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय भागलपुर शाखा की ओर से शुक्रवार को समीक्षा भवन सभागार व टीएमबीयू के सीनेट हॉल एवं खेल भवन में कर्मयोग एवं सुशासन के लिए मेडिटेशन विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया. मुख्य वक्ता माउंट आबू राजस्थान के प्रशासन प्रभाग के संयोजक राजयोगी हरीश भाई व विशिष्ट अतिथि ओआरसी दिल्ली की शेफाली, सोनालिका थीं. हरीश भाई ने कहा कि विचारों में अपार शक्ति है, इसके ऊर्जा का प्रयोग करने में खुद पर नियंत्रण रखें. अतिथियों का संचालन मीडिया प्रभारी डॉ मनोज कुमार ने किया. कार्यक्रम में राजयोग का अभ्यास करने और कर्मयोग के महत्व से अवगत कराया. डॉ मनोज कुमार ने कहा कि तनाव जीवन के लिए घातक है. साथ ही बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कर्मयोग और सुशासन को कार्य संस्कृति में स्थापित करना था. कार्यक्रम में जिला मुख्यालय के सभी पदाधिकारी एवं कर्मी शामिल हुए. सभी प्रतिभागियों ने ध्यान व आत्मचिंतन के माध्यम से मानसिक शांति, सकारात्मक ऊर्जा और कार्यक्षमता में वृद्धि के उपायों पर अनुभव साझा किया. ब्रह्माकुमारी संस्थान के प्रतिनिधियों ने कर्मयोग को प्रशासनिक जीवन में लागू करने के प्रभावी तरीकों पर प्रकाश डाला. साथ ही नियमित मेडिटेशन को मानसिक संतुलन, तनाव प्रबंधन और बेहतर शासन व्यवस्था के लिए जरूरी बताया. कार्यक्रम के अंत में सभी कर्मियों को आत्मिक उन्नति और सेवाभाव से कार्य करने का संकल्प दिलाया.
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