वरीय संवाददाता, भागलपुर
मालदा मंडल अंतर्गत डीजल शेड, जमालपुर में 13 जून को 3000 लीटर प्रति घंटा (एलपीएच) क्षमता वाले हाई-वैक्यूम टाइप ट्रांसफॉर्मर ऑयल प्यूरीफिकेशन प्लांट का भव्य उद्घाटन किया गया. यह अत्याधुनिक संयंत्र उत्तर पश्चिम रेलवे के अबू रोड डीजल शेड से प्राप्त हुआ है, जो इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव्स के रख-रखाव को अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. पूर्व में जमालपुर डीजल शेड में 1000 एलपीएच क्षमता वाला ट्रांसफॉर्मर ऑयल फिल्ट्रेशन प्लांट कार्यरत था, जिससे टीओएच व आइओएच जैसे प्रमुख लोकोमेंटेनेंस कार्यों के दौरान ऑयल शुद्धिकरण में अधिक समय लगता था. इससे न केवल रख-रखाव की अवधि बढ़ती थी, बल्कि श्रमिकों की अधिक आवश्यकता भी होती थी तथा लोकोमोटिव सेवा में देर से लौटते थे. अब 3000 एलपीएच क्षमता वाले नये प्लांट की शुरुआत से ऑयल फिल्ट्रेशन की प्रक्रिया का समय एक-तिहाई हो जायेगा, जिससे रख-रखाव कार्यक्रम की अवधि में उल्लेखनीय कमी आयेगी.– प्रत्येक लोको के प्रमुख रख-रखाव शेड्यूल में एक पूर्ण कार्य दिवस की बचत होगी.
– लोको को शीघ्र सेवा में वापस लाया जा सकेगा, जिससे परिचालन दक्षता में सुधार होगा.– मैनपावर का बेहतर उपयोग एवं संसाधनों का कुशल प्रबंधन संभव होगा.
– एक लोको के समय से संचालन में आने से लगभग ₹3 लाख की वित्तीय बचत सुनिश्चित होगी.इस प्लांट की कुल लागत 13,90,600 रुपये है, जो कि प्रमुख शेड्यूल्स में मात्र 4 से 5 लोकोमोटिव्स की सर्विसिंग से ही वसूल हो जायेगी. यह पहल आधुनिकीकरण, लागत दक्षता और लोको रखरखाव में बेहतर परिचालन प्रदर्शन के प्रति पूर्व रेलवे की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.
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