– खातों से गोपनीय जानकारी को कोलकाता के साइबर ठग गिरोह को बेचने का करते थे काम
– मधुसूदनपुर से हुई गिरफ्तारी, गरीबों के बैंक खातों का करते थे दुरुपयोग- लोगों को लाखों रुपये की चपत लगा चुका था यह गिरोहसंवाददाता, भागलपुर
साइबर ठगी के मामले में भागलपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. साइबर थाना की टीम ने मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र से दो ठगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम मो महबूब और अब्दुल वहाब उर्फ सिंटू है. इन पर बैंक खातों के माध्यम से साइबर ठगी करने का आरोप है. सात मई को मधुसूदनपुर के नित्यानंद यादव द्वारा दर्ज करायी गयी शिकायत के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार किया. पूछताछ में पता चला कि ये लोग गरीब, बेरोजगार और अशिक्षित व्यक्तियों को लालच देकर बैंक खाता खुलवाते थे. बाद में इन खातों से संबंधित गोपनीय जानकारी को ठगी के लिए कोलकाता स्थित साइबर गिरोहों को बेच दिया जाता था. फिर कोलकाता के साइबर ठग अपना काम शुरू करते थे.गिरोह के सदस्य इन खातों में आए ठगी के पैसों को नकद में बदलने के लिए सीएसपी संचालकों व छोटे दुकानदारों की मदद लेते थे. बदले में उन्हें कुछ प्रतिशत कमीशन दिया जाता था. इस तरीके से ठगी की गयी रकम को ऑनलाइन माध्यमों से कैश में तब्दील किया जाता था. जिससे पुलिस की नजरों से बचा जा सके. पुलिस ने दोनों से कई बैंक दस्तावेज, मोबाइल फोन और ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड भी बरामद किया है. जानकारी मिली है कि पुलिस के समक्ष दोनों ने पूरे गिरोह के संदर्भ में कई तरह की जानकारियों को साझा किया है. इसके आधार पर पुलिस अन्य जगहों पर भी छापेमारी कर रही है. मालूम हो कि इस गिरोह पर कई लोगों के लाखों रुपये पर चपत लगाने की आशंका है. इधर साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है और जल्द ही पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जाएगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

