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bhagalpur news.सफाई मजदूरों की हड़ताल से इमरजेंसी लागू, निगमकर्मियों की छुट्टी रद्द

सफाईकर्मियों की हड़ताल से निगमकर्मियों की छुट्टी रद्द.

-अवकाश पर रहे निगम के अधिकारियों व कर्मियों को काम पर लौटने का आदेश हुआ जारी

-मेयर व पार्षद से मजदूर उपलब्ध कराने में मांगा सहयोग, कहा-भुगतान में नहीं होगी देरीवरीय संवाददाता, भागलपुर

सफाई मजदूरों की हड़ताल की वजह से बेपटरी हो चुकी सफाई व्यवस्था को देख निगम प्रशासन ने इमरजेंसी लागू कर दिया है. तत्काल प्रभाव से सभी की न सिर्फ छुट्टी रद्द की है, बल्कि, जो पूर्व से अवकाश पर चल रहे हैं उनकी वापसी का भी आदेश जारी कर दिया है. वहीं, निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों को किसी भी प्रकार की कोई भी छुट्टी नहीं दिये जाने से संबंधित पत्र निगम प्रशासन ने जारी किया है. इसमें उन्होंने कहा है कि सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए विशेष कार्य की आवश्यकता है. इसके लिए अतिरिक्त पदाधिकारी व कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जायेगी. इसके लिए यह आवश्यक है कि सभी पदाधिकारी एवं कर्मी अपने कार्य पर उपस्थिति रहेंगे. सभी प्रकार की छुट्टी को हड़ताल समाप्ति तक रद्द की जाती है. यदि कोई पदाधिकारी व कर्मी अवकाश पर है तो वे तत्काल प्रभाव से योगदान करना सुनिश्चित करेंंगे.

एजेंसियों से की जायेगी खर्च की भरपाई

नगर आयुक्त ने लिखा है कि हड़ताल के दौरान सफाई व्यवस्था में जो भी निगम की तरफ से खर्च किया जायेगा, उसकी भरपाई दोनों सफाई एजेंसी को दिए जाने वाले भुगतान से की जायेगी. साथ ही नगर आयुक्त ने कहा कि इन सारी परिस्थिति के लिए दोनों एजेंसी के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई भी की जायेगी.

विधि व्यवस्था के लिए थाने से मांगी मदद

निगम को आशंका है कि वैकल्पिक सफाई अभियान के दौरान हड़ताली मजदूर हंगामा कर सकते हैं. इससे विधि व्यवस्था बिगड़ सकती है.उन्होंने निगम क्षेत्र के तहत आने वाले सभी थाना के थानाध्यक्ष समेत जिला प्रशासन की टीम को ऐसे हालात बनने पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है.

कुदाल, फावड़ा और जेसीबी लेकर निकले, फिर भी नहीं पड़ा फर्क

सफाई कर्मियों के हड़ताल पर रहने की वजह से निगम ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत शहर की सफाई कराने की ठानी है. इसके लिए निगम कर्मी कुछ मजदूरों के साथ कुदाल, फावड़ा, झाड़ू और जेसीबी लेकर शुक्रवार मध्य रात्रि के बाद निकले लेकिन, इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ा. दरअसल, गंदगी इतनी ज्यादा फैल गयी है कि अगर हड़ताल पर गये सभी सफाई कर्मी लौट भी आये, तो शहर को साफ करने में चार-पांच सप्ताह लग जायेगा. जानकारी के अनुसार सिर्फ 13 मजदूर वैकल्पिक सफाई अभियान के तहत शुक्रवार की रात काम जुटे थे. निगम मजदूरों की संख्या बढ़ाने की कोशिश में है.

पार्षदों से मांगा सफाई कराने में सहयोग, जोनल प्रभारी को दी हिदायत

निगम प्रशासन ने पार्षदों शहर की सफाई कराने में सहयोग मांगा है. पार्षदों के नाम पत्र जारी किया है. जिसमें स्पष्ट कहा गया है कि हड़ताल अवधि में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सफाई कराने की आवश्यकता है. स्वास्थ्य शाखा द्वारा सफाई करायी जा रही है लेकिन, सफाई मजदूरों की कमी के कारण अपेक्षित सफाई नहीं हो पा रही है. निगम प्रशासन से मेयर डॉ बसुंधरा लाल से भी अनुरोध किया है कि वह अपने स्तर से सभी पार्षदों को निर्देशित करें.नगर आयुक्त की तरफ से सभी जोनल प्रभारी को निर्देश दिया गया है को जो भी मजदूर हड़ताल के दौरान विशेष सफाई अभियान में जुटेंगे उनका फोटोग्राफ सहित हाजिरी बनाकर स्वास्थ्य शाखा प्रभारी को देंगे. जिसके आधार पर मजदूर को भुगतान किया जायेगा. भुगतान में की देरी नहीं होनी की हिदायत दी है.

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