भगवान महावीर का जियो और जीने दो का महान संदेश विश्व कल्याणकारी है. भगवान महावीर ने बताया कि धर्म का उद्देश्य जीवन की गुणवत्ता की उन्नति करना है. भगवान महावीर के फैलाये अहिंसा का प्रकाश पूरे विश्व के लिए जरूरी है. परोपकार के प्रभाव से संकट दूर हो जाता है. समन्वय से समाज आगे बढ़ता है. उक्त बातें गुजरात बड़ौदा से पधारे कल्पेश भाई साह ने शोभायात्रा से पहले भगवान महावीर जयंती पर कही. कल्पेश भाई श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे. दिगंबर जैन समाज, श्वेतांबर जैन समाज एवं तेरापंथी समाज के लोगों ने गुरुवार को सिल्क सिटी भागलपुर के अलग-अलग स्थानों पर भगवान महावीर की 2624वीं जयंती को उत्सव के रूप में मनाया, सत्य व अहिंसा की नीति को व्यापक रूप से प्रचारित करने वाले भगवान महावीर की भव्य शोभायात्रा निकाली गयी. कोतवाली चौक स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर से एक विशाल शोभायात्रा निकाली गयी. शोभायात्रा में बैंड बाजे झांकियां सहित श्वेत वस्त्र में पुरुष और केसरिया साड़ियों में महिलाएं स्तुति गाते हुए चल रही थी. भजन गाते हुए जैन परिषद के नवयुवकों का उत्साह देखते ही बन रहा था. श्रद्धालु भगवान महावीर के संदेशों वाली तख्तियां बैनर हाथों में लिए चल रहे थे और बड़े ही आकर्षक लग रहे थे. विशाल रथ पर विराजमान भगवान महावीर की प्रतिमा की जगह -जगह पर श्रद्धालुओं ने दीप सजी थाली से आरती उतारी. शाकाहार को अपनाने का मिला संदेश शोभायात्रा में शाकाहार को अपनाने का संदेश देती एक झांकी प्रदर्शित की गयी थी. कई श्रद्धालु बैंड-बाजे की धुन पर झूम रहे थे, तो कई भगवान महावीर के संदेश जीओ और जीने दो, अहिंसा परमो धर्म, मांसाहार को त्यागों व शाकाहार अपनाओ आदि नारे लगा रहे थे. कई श्रद्धालु फूलों से सजी पालकी पर महावीर को अपने कंधे पर ढो रहे थे. फूलों की बारिश से हुआ स्वागत शोभायात्रा कोतवाली चौक से गोशाला, चुनिहारी टोला, खलीफाबाग चौक, वेराइटी चौक व स्टेशन चौक होते हुए फिर कोतवाली चौक पर पूरी हुई. भजन गाते हुए जैन परिषद के नवयुवकों का उत्साह देखते ही बन रहा था. सिद्धक्षेत्र मंत्री सुनील जैन ने श्रद्धालुओं व आम लोगों को कहा कि अहिंसा व शाकाहार जो अपनायेंगे, उनका जीवन कभी दुःखदायी नहीं होगा. कटुता, वैमनस्य, सामाजिक समरसता को नष्ट करता है. हुई सामूहिक मंगल आरती, दिन भर बंद रहे जैन प्रतिष्ठान जैन श्रद्धालुओं ने सामूहिक मंगल आरती की. इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम में श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया. अहिंसा के अग्रदूत भगवान महावीर के जीवन पर आधारित नृत्यनाटिका की प्रस्तुति दी गयी. जयंती महोत्सव को लेकर भागलपुर के 500 से अधिक जैन प्रतिष्ठान बंद रहे. सभी लोगों ने अपना व्यापार व अन्य कार्यों से छुट्टी करके महोत्सव में भागीदारी की. महावीर जयंती पर विविध आयोजन दिगंबर जैन मंदिर कोतवाली चौक में 108 कलशों से जन्म उत्सव महाअभिषेक किया गया. स्वर्ण कलश से अभिषेक विजय रारा, रजत कलश से अजय जैन ने विश्व कल्याण शांति धारा संजीव जैन ने किया. फूल माला अर्पण राजेश जैन ने किया. मंगल आरती उत्तम पाटनी द्वारा की गयी. सांस्कृतिक कार्यक्रम में श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया. भजन की प्रस्तुति सज्जन विनायका ने दी. इस मौके पर पदम पाटनी, प्रकाश बड़जात्या, जयकुमार काला, अशोक पाटनी ,भाग चंद पाटनी, डॉ निर्मल जैन, स्वरूप छाबरा, राजीव पाटनी, उज्जैन मालू, विनोद जैन, गणेश बोथरा , प्रभात सिंह भांडिया, विवेक दुग्गड, प्रभाकर भांडिया,संजय गंगवाल सुमंत पाटनी, प्रतीक अजमेरा, सुमित बड़जात्या, सुशील गंगवाल, आलोक बड़जात्या, संजय विनायका, सूरज जैन आदि उपस्थित थे. चंपापुर दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र में हुआ मस्तकाभिषेक दूसरी ओर श्री चंपापुर दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र में भगवान महावीर जयंती समारोह धूमधाम से मनाया गया. सुबह तड़के से ही श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया. श्वेत पाषाण की खडगासन महावीर भगवान की प्रतिमा का मस्तकाभिषेक 108 कलशों से किया गया. स्वर्ण कलश से शांति धारा की गयी. जय घोष और मंत्र उच्चारण से पूरा सिद्ध क्षेत्र गुंजायमान हो गया. सिद्धक्षेत्र मंत्री सुनील जैन ने अतिथियों का स्वागत किया. तेरापंथ समाज ने उपासना कक्ष में की प्रार्थना सभा तेरापंथ समाज की ओर से सुबह तेरापंथ उपासना कक्ष में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. इसके बाद सकल जैन समाज द्वारा भव्य शोभायात्रा निकली गयी. अलग-अलग चौक चौराहे पर जल वितरण भी किया गया. कार्यक्रम में तेरापंथ सभा के अध्यक्ष बिनोद वैद्य, जीवन मल कोठारी, अमृत बेताला, लवचंद, उज्जैन मालू , गौतम, महक बेताला, राजू वैद्य, मधु बैद्य, प्रमिला कोठारी आदि उपस्थित थे.
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