– कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य ने सभी आरोपों को निराधार व बेबुनियाद बताया- छात्र ने मामले में राजभवन, टीएमबीयू सहित कई जगह की लिखित शिकायत
वरीय संवाददाता, भागलपुर
घंटाघर स्थित टीचर ट्रेनिंग कॉलेज (सीटीई) की प्रभारी प्राचार्य मीनाक्षी चतुर्वेदी पर एमएड के छात्र प्रभाष कुमार ने जाति सूचक संबोधन, अभद्र भाषा का प्रयोग, मानसिक प्रताड़ना सहित नामांकन रद्द करने का आरोप लगाया है. एमएड के सत्र 2023-25 सेमेस्टर टू का छात्र है. मामले को लेकर छात्र ने राजभवन, टीएमबीयू के कुलपति, निदेशक राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद, क्षेत्रीय शिक्षा उप-निर्देशक व डीएम को लिखित शिकायत की है. दूसरी तरफ कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य मीनाक्षी चतुर्वेदी ने सभी आरोपों को निराधार व बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि कॉलेज नियम-परिनियम से चलता है. इसका पालन शिक्षकों के साथ विद्यार्थियों को भी पूरा करना होता है. नियम का पालन नहीं करने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाती है, तो उसे जाति सूचक संबोधन आदि आरोप लगा दिया जाता है.——————-नामांकन रद्द कर जिंदगी बर्बाद कर देने की धमकी देने का आरोप
छात्र प्रभाष कुमार ने आवेदन में नामांकन रद्द कर जिंदगी बर्बाद कर देने की धमकी देने का प्रभारी प्राचार्य पर आरोप लगाया है. गाैराचाैकी कजरैली के रहने वाले छात्र ने कहा है कि पांच जून काे प्रभारी प्राचार्य ने उन्हें ऑफिस गेट पर बुला कर अभद्र भाषा का प्रयाेग किया. कहा कि तुम बार-बार परीक्षा के लिए टीएमबीयू के परीक्षा नियंत्रक के पास जाते हाे. कमेटी की बैठक कर तुम्हारा नामांकन रद्द करा तुम्हारी जिंदगी बर्बाद कर दूंगी. छात्र ने आवेदन में कहा है कि इससे पहले भी प्रभारी प्राचार्य मानसिक रूप से प्रताड़ित करती रही है. इससे पढ़ाई पर असर पड़ रहा है. मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है.पांच साल के कार्यकाल में जाति सूचक की बात नहीं आयी : प्रभारी प्राचार्य
कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य मीनाक्षी चतुर्वेदी ने कहा कि पांच साल के कार्यकाल में जाति सूचक की बात सामने नहीं आयी. सभी विद्यार्थी को परिवार की तरह लेकर चले ताकि वे भी समाज में अपने कर्तव्य को बेहतर ढंग से निर्वाह कर सके. छात्र प्रभाष कुमार द्वारा इस तरह का आरोप लगाना शॉक करने वाला है. उन्होंने बताया कि कुछ दिनाें पहले प्रभाष कुमार ने काॅलेज के किसी अन्य छात्र काे गाली दी थी. उन्हाेंने प्रभाष काे गाली देते हुए सुन लिया. इस बाबत उन्हाेंने छात्र काे शाेकाॅज किया था. जवाब संतोषप्रद नहीं आने पर दोबारा शोकॉज किया था. इसके बाद भी छात्र प्रभाष कुमार ने जवाब में गलत जानकारी दी. इसलिए छात्र ने उनके ऊपर इस तरह के आरोप लगाये हैं. प्रभारी प्राचार्या ने कहा कि कभी भी विद्यार्थी का अहित नहीं चाहती हूं. उन्होंने कहा कि पूरे मामले काे लेकर आधिकारिक प्रक्रिया अपनाते हुए एससीईआरटी काे लिखित रूप से पूरी जानकारी दी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है