भागलपुर
रिकर्व मिक्स्ड में महाराष्ट्र के सर्वणी साेमनाथ शिंदे व ज्ञानेश चेरले गोल्ड मेडल के लिए हरियाणा के अन्नु व दक्ष मलिक से भिड़ेंगे. कांस्य पदक के लिए आंध्र प्रदेश के तडीबोईना वैष्णवी व कोदंडपाणि थरुनीश जाथ्य व यूपी के विशू व खुशी कुमारी से आमने-सामने होंगे. वहीं, कंपाउंड मिक्स्ड में गोल्ड मेडल के लिए महाराष्ट्र के तेजल राजेंद्र साल्वे व मानव गणेशराव जाधव का मुकाबला तमिलनाडु के आर मिधुन व मधुरवर्षिणी से होगा. कांस्य पदक के लिए बिहार के विक्रम कुमार व ज्योति कुमारी का मुकाबला दिल्ली के आदित्य मित्तल व दृष्टि से होगा. ऐसे में माना जा रहा है कि छह गोल्ड मेडल में महाराष्ट्र की टीम पांच गोल्ड पर कब्जा जमा सकती है. उधर, बिहार टीम के खिलाड़ी ने मिक्स्ड में अपना बेहतर प्रदर्शन कर कांस्य पदक मुकाबले के लिए जगह बनाने में सफल रही. उत्तर प्रदेश दिल्ली की टीम भी अपना बेस्ट देकर कांस्य पदक जीतने के लिए दावेदारी पेश की है. दूसरी तरफ एक बार फिर से भाग लेने आयी टीम के खिलाड़ियों ने प्रतियोगिता को लेकर की गयी व्यवस्था से काफी खुश है.
फाइनल मुकाबला आजतमिलनाडु एसपी के बेटे ने गोल्ड मेडल के लिए दावेदारी की मजबूत
फोटो ——– सिटी के बाहर
वरीय संवाददाता, भागलपुरप्रतियोगिता में तमिलनाडु के युवा तीरंदाज स्मरण सर्वेश चुनौती पेश कर रहे हैं. यह तमिलनाडु के इकलौते खिलाड़ी हैं, जो खेलो इंडिया यूथ गेम्स में राज्य का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. सर्वेश पुरुष रिकर्व व्यक्तिगत स्पर्धा के फाइनल में जगह बनायी है. बुधवार को वह अपने खिताबी मुकाबले में स्वर्ण पर निशाना साधने उतरेंगे. सर्वेश की मां तमिलनाडु में सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (एसपी) के पद पर कार्यरत हैं. फाइनल में सर्वेश का सामना महाराष्ट्र के उज्जवल भरत ओलेकर से होना है.
सर्वेश ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि पिछले दो टूर्नामेंटों में मैंने जो गलती की थी, वो यहां नहीं दोहराउंगा. पहले राउंड में मेरा प्रदर्शन उतना बेहतर नहीं था, लेकिन आज मैं एक अलग माइंडसेट के साथ उतरा था. मैंने पूरे मन से अपना खेल खेला. मुझे उम्मीद है कि फाइनल में मैं इस बार गोल्ड जीतकर ही लौटूंगा.16 साल के सर्वेश अबतक तीन चैंपियनशिप में भाग ले चुके हैं. पहली बार उन्होंने सितंबर 2024 में ताइपे में आयोजित यूथ इंटरनेशनल चैंपियनशिप में भाग लिया था, जहां चौथे स्थान पर रहे थे. इसके बाद उन्होंने इस साल फरवरी में थाइलैंड के बैंकॉक में आयोजित एशिया कप भी अपनी चुनौती पेश की थी. फरवरी में देहरादून में टॉप-8 में थे. कहा कि जब मैं पांच साल का था तभी से मेरी मां चाहती थी कि मैं शूटिंग में खेलूं, लेकिन इसे शुरू करने के लिए आपको कम से कम आठ साल उम्र होना चाहिए. मेरी मां को लगता था कि शूटिंग शुरू करने के लिए प्रैक्टिस हो. दोनों एक जैसा ही खेल है. इसलिए मैं प्रैक्टिस करने के लिए तीरंदाजी करना शुरू कर दिया.
खेलो इंडिया स्कीम से खिलाड़ियों को मिलते है दस हजार खेलो इंडिया स्कीम के तहत खिलाड़ियों को हर माह 10,000 रुपये मिलते हैं. सर्वेश भी उस स्कीम में शामिल हैं. सर्वेश ने हाल में 10वीं कक्षा की परीक्षा दी है. उन्हें तमिलनाडु से स्कॉलरशिप भी मिल रहा है. साथ ही रिलायंस फाउंडेशन से भी स्कॉलरशिप मिलना शुरू हो गया है. इसके अलावा भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) व खेल महासंघ से फुल सपोर्ट मिल रहा है. कहा कि इस उम्र में जब आप करियर बनाना शुरू करते हैं, तो स्कॉलरशिप काफी मदद करती है.यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप में पदक जीतना
सर्वेश ने बताया कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के बाद अगला लक्ष्य इस साल कनाडा में अगस्त में होने वाले यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप में पदक जीतना है. इस चैंपियनशिप के लिए 22 तारीख को पुणे में ट्रायल होगा. इस टूर्नामेंट में चैंपियन बनना है, लेकिन फिलहाल अभी मेरा सारा ध्यान खेलो इंडिया यूथ गेम्स पर है. इसमें पदक जीतकर अगले इवेंट में जाना चाहता हूं.
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