-महात्मा गांधी के प्रपौत्र ने भागलपुर में मीडिया को संबोधित कियाएनडीए भारत की आत्मा का कैंसर है. इससे संविधान व लोकतंत्र को खतरा है. इसलिए इसे हटाना जरूरी है. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर लगातार अटैक हो रहे हैं. पत्रकारों को परेशान किया जा रहा है. खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तभी से पत्रकारों की स्वतंत्रता पर पाबंदी थी. देशद्रोही तक कहते थे. अब प्रधानमंत्री बनने के बाद देश में कर रहे हैं. उक्त बातें महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने शुक्रवार को भागलपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही. उन्होंने कहा कि मोतिहारी के तुरकौलिया क्षेत्र में उनकी वाणी स्वतंत्रता का विरोध किया गया. उनका प्रयत्न नाकामयाब हुआ. इसके बाद लोग और जुड़े. महात्मा गांधी के कर्मक्षेत्र चंपारण से अपनी बिहार यात्रा का शुभारंभ करते हुए भागलपुर पहुंचे. शनिवार को अपनी यात्रा खत्म करके, फिर अगस्त में दूसरे दौर की यात्रा तुरकौलिया से शुरू करेंगे. इसमें इंडिया एलायंस उनके साथ रहेंगे. उन्होंने कहा कि जनहित में कैंपेन कर रहे हैं. उनके साथ जनवादी संगठन हैं. यह यात्रा एनडीए के विरोध में है. बिहार की जनता में बदलाव की आशा है. उसे दिशा देने की बात कर रहे हैं.
एसआइआर का अधिकार ग्राम सभा को मिले
तुषार गांधी ने कहा कि एसआइआर मतदाता गहन पुनरीक्षण से शंका पैदा हो रही है. बिहार में वोट के अधिकार ही चुरा लेने की बात हो रही है. एनडीए सरकार वोट का अधिकार ही छीन लेना चाह रही है. अगर मतदाता सूची को सुधारना है, तो ग्राम सभा को इसका अधिकार मिले. फिर शंका की कोई बुनियाद नहीं है. ऐसा फॉर्म, जिसमें बीएलओ अपनी मर्जी से भरे, इस बात की शंका को दृढ़ करती है. मतदाता पुनरीक्षण चुनाव से कुछ दिन पहले लाना और कुछ समय में पूरा करने की बात करना शक को बढ़ाता है. अब चुनाव आयोग पर भी भरोसा नहीं किया जा सकता है. वो सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है. चुनाव आयोग कहता है कुछ गलत लोग घुस आये हैं. बापू ने सपना देखा था, निचले पायदान के लोग सत्ता का संचालन करें. मोदी-शाह चाहते ही हैं, तो ग्राम स्वराज से सत्ता का संचालन करें. हिम्मत नहीं है, तो चोरी करने की नियत का पर्दाफाश होगा. ग्रामसभा से ही लोकतंत्र को ताकत आयेगी. इस मौके पर किसान संगठन के सुनीलम, गांधीवादी कार्यकर्ता डॉ सुजाता चौधरी आदि उपस्थित थे.
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