= अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसैलाब, भावुकता के साथ दिखा जनाक्रोश
राशिद आलम, नवगछिया (भागलपुर)
देश की रक्षा में जम्मू कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में शहीद हुए सेना के हवलदार संतोष यादव को गुरुवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव नवगछिया अनुमंडल के पछियारी टोला डिमाहा में अंतिम संस्कार कर दिया गया. चार वर्षीय इकलौता पुत्र लक्ष्य ने मुखाग्नि दी. इससे पूर्व जैसे ही शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा, क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी. अंतिम दर्शन के लिए लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा. गांव वालों, रिश्तेदारों और जनप्रतिनिधियों ने नम आंखों से अपने वीर सपूत को अंतिम विदाई दी. इस भावुक क्षण में वहां मौजूद हर आंखें नम हो गयीं.घर से 500 मीटर दूरी पर सड़क किराने सेना के जवानों ने दी अंतिम सलामी
शहीद संतोष कुमार का अंतिम संस्कार उनके घर से करीब 500 मीटर दूर सड़क किनारे किया गया. सेना के जवानों ने पारंपरिक रीति से आकाश में तीन राउंड फायरिंग कर शहीद संतोष कुमार यादव को सलामी दी. मौके पर डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी, नवगछिया एसपी प्रेरणा कुमार, एसडीपीओ ओम प्रकाश, एसडीओ ऋतुराज प्रताप सिंह, खगड़िया सांसद राजेश वर्मा, गोपालपुर विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल, बिहपुर विधायक इं शैलेंद्र समेत कई प्रशासनिक व राजनीतिक हस्तियों ने पहुंच कर शहीद को श्रद्धांजलि दी. सभी ने शहीद के परिजनों को ढांढस बंधाया और उनके बलिदान को देश के लिए अमूल्य बताया. गुरुवार की रात प्रतिपक्ष के नेता पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी शहीद के घर पहुंचे और उनके परिजनों से मुलाकात की.गांव के चौराहे पर शहीद की प्रतिमा लगाने की उठी मांग
गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है लेकिन साथ ही लोगों को अपने वीर जवान पर गर्व भी है. पूरा गांव ‘संतोष अमर रहे’, ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारों से गूंज उठा. ग्रामीणों ने मांग की कि गांव की सड़क का नाम शहीद संतोष कुमार के नाम पर रखा जाए. चौराहे पर शहीद की प्रतिमा लगायी जाए.
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