उपमुख्य संवाददाता, भागलपुरसैंडिस कंपाउंड में मॉर्निंग वाकरों पर रोक के खिलाफ लोग मुखर होने लगे हैं. जिलाधिकारी को आवेदन सौंपा गया है. टहल नहीं पाने की वजह से आम शहरी विरोध जताने लगे हैं. वे यह कहने लगे हैं कि जब खेलो इंडिया यूथ गेम्स का समापन हो गया, तो अब सैंडिस कंपाउंड में वे क्यों नहीं जा सकते हैं. जिनका इस कंपाउंड के नजदीक में घर है और वे बुजुर्ग हैं, ऐसे लोगों और महिलाओं का दूर के पार्क में जाना मुश्किल हो रहा है. इस कारण भी लोगों में नाराजगी है.
बिहार व झारखंड ज्यूडिशियल एकेडमी के फैकल्टी मेंबर ने भेजा आवेदन
बिहार व झारखंड ज्यूडिशियल एकेडमी के फैकल्टी मेंबर सह वरिष्ठ अधिवक्ता राम कुमार मिश्रा ने गुरुवार को जिलाधिकारी को रजिस्टर्ड डाक से आवेदन भेजा है. श्री मिश्रा ने बताया कि मॉर्निंग वॉकर्स एसोसिएशन और बिहार राज्य के बीच मामले में पटना उच्च न्यायालय द्वारा पारित निर्णय में यह देखा गया था कि राज्य सरकार की ऐसी नीतियां नहीं होनी चाहिए, जो विशेष रूप से निर्दिष्ट क्षेत्र या सार्वजनिक स्थान पर वॉकर्स की सुरक्षित क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डालती हो. ऐसा होने से यह आवागमन की स्वतंत्रता, शांतिपूर्ण सभा और स्वस्थ वातावरण के अधिकार के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करती है. इसके अलावा कई निर्णयों में न्यायालय ने राज्य को ऐसी गतिविधियों के आयोजन पर रोक लगाने का निर्देश दिया है, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के खिलाफ हैं. यह बात सर्वविदित है कि सैंडिस कंपाउंड में कई मेले और कार्यक्रम आयोजित किये गये हैं, जो जन स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित कर रहे हैं. यह न्यायालय के निर्णयों के भी विपरीत हैं. डीएम से अनुरोध किया गया है कि न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में कार्यालय को यह निर्देश दिया जाये कि किसी भी परिस्थिति में आवागमन की स्वतंत्रता, शांतिपूर्ण सभा और स्वस्थ वातावरण के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन न हो.दो मई से ही सैंडिस में आमलोगों की आवाजाही पर है रोक
खेलो इंडिया यूथ गेम्स को लेकर सैंडिस कंपाउंड में चार से सात मई तक तीरंदाजी और 10 से 13 मई तक बैडमिंटन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. दो मई से ही आमलोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गयी. 17 मई तक यह प्रतिबंध लागू रहना है. वरीय पुलिस पदाधिकारियों के निर्देश पर दो मई को माइकिंग कर इसकी जानकारी दी गयी थी. कहा गया था कि शहरवासी घूमने या अन्य मकसद से विकल्प के तौर पर लाजपत पार्क या फिर हवाई अड्डा मैदान का उपयोग कर सकते हैं. इसके बाद से आम शहरी सैंडिस में नहीं जा रहे हैं.
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