भागलपुर जिले में तेजी से गरीब और महादलित परिवारों को जीविका स्वयं सहायता समूहों से जोड़ा जा रहा है. बीते एक माह में जिले में 1188 नये स्वयं सहायता समूह बनाये गये हैं, जिनसे अब तक 13 हजार से अधिक परिवारों को जोड़ा जा चुका है. अभियान का उद्देश्य है कि जन वितरण प्रणाली से लाभान्वित हर परिवार की महिला सदस्य को समूह से जोड़ा जाये, ताकि वह आत्मनिर्भर बन सकें. इसी प्रकार महादलित टोले में भी छूटे हुए परिवारों को स्वयं सहायता समूहों से जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया गया. इस दौरान एक हजार से अधिक सदस्यों की पहचान करते हुए उन्हें जीविका स्वयं सहायता समूह से जोड़ा गया है. जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक सुनिर्मल गरेन ने बताया कि राज्य कार्यालय के निर्देशानुसार घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा है. सर्वे के दौरान उन महिलाओं की पहचान की जा रही है, जो अब तक किसी भी समूह से नहीं जुड़ी हैं. उन्हें प्रोत्साहित कर समूह में शामिल किया जा रहा है. अब तक बने 28 हजार से अधिक समूह
भागलपुर जिले में अब तक कुल 28,509 स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जा चुका है, जिनसे करीब 3 लाख 45 हजार परिवारों की महिलाएं जुड़ चुकी हैं. बेहतर प्रबंधन के लिए 10 से 15 समूहों को मिलाकर एक ग्राम संगठन बनाया जाता है. जिले में अब तक 1970 ग्राम संगठन और 49 संकुल स्तरीय संघ का गठन किया जा चुका है.
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