-पहलगाम की घटना से बुनकरों व सिल्क कारोबारियों में आक्रोश दीपक राव, भागलपुर सिल्क सिटी के बुनकर व सिल्क कारोबारी में पहलगाम आतंकी हमला से आक्रोश में हैं. भागलपुर सिल्क सिटी से होने वाले कारोबार पर पूरी तरह से रोक लगाने की बात कर रहे हैं. यहां के बुनकर सिल्क, डल व लिनेन कपड़े पाकिस्तान नहीं भेजने. बांग्लादेश में हालात हुए खराब, तो पाकिस्तान से संबंध बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद पहले से ही भागलपुर से होने वाला प्रति माह दो से तीन करोड़ का कारोबार बंद हो गया. यहां अब तक हालात पूर्ववत नहीं हो पाया. सामान्य स्थिति में यहां के सामान बांग्लादेश नहीं जा पा रहा है ऐसी स्थिति में भी कारोबारी देशहित में पाकिस्तान से कारोबारी संबंध खत्म करने की बात कर रहे हैं. बांग्लादेश भागलपुर का स्कार्फ, लिनेन कपड़े आदि जाते थे, वहीं पाकिस्तान शर्टिंग-शूटिंग के कपड़े, लेडिज शूट, डल की चादर आदि जाते हैं. लगभग 30 से 40 लाख का कारोबार होता है. इसे पूरी तरह से बंद कर दिया जायेगा. अलीम अंसारी, पूर्व सदस्य, बिहार राज्य बुनकर कल्याण समिति भागलपुर से देश ही नहीं विदेशों में कपड़ों का निर्यात हाेता है. चाहे गल्फ कंट्री हो या अमेरिका व अन्य यूरोपीय कंट्री. बंगाल-कोलकाता के रास्ते कपड़े पाकिस्तान जाते हैं. अमानवीय घटना से स्तब्ध हैं. पाकिस्तान का दाना-पानी बंद कर देना चाहिए. जिया उर रहमान, संयोजक, सिल्क विकास फोरम बांग्लादेश तो उनका माल प्राय: जाता था. वहां से सीधा कारोबार होता था. जब से स्थिति बिगड़ी है, सारा कारोबार बंद हो गया. पाकिस्तान भी उनका तैयार कपड़ा दूसरे के माध्यम से जाता था. अब किसी भी हालत में नहीं भेजेंगे. भोला प्रसाद, बुनकर प्रतिनिधि, लोदीपुर देश की संप्रभुता पर हमला किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं करेंगे. जब भी देश के सम्मान पर आंच आया है, सभी देशवासी एकजुट हैं. बुनकरों ने देश की आजादी लड़ाई में बढ़-चढ़कर भागीदारी की है. पाकिस्तान बहुत छोटा मामला है. बुनकर सभी संबंध तोड़ने को तैयार हैं. तहसीन सवाब, युवा सिल्क कारोबारी
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