प्रतिनिधि.
शिक्षा विभाग के एक हालिया आदेश से गांव में असंतोष की लहर दौड़ गई है. विभागीय निर्णय के तहत मध्य विद्यालय जगदीशपुर के कक्षा छह से आठ के छात्र व छात्राओं को लोकनाथ हाइस्कूल जगदीशपुर में शिफ्ट कर दिया गया है, जो केवल बालक विद्यालय है. इस निर्णय में लड़कियों को भी इस स्कूल में शामिल किया जा रहा है, जबकि गांव में नौ से 12वीं कक्षा के लिए प्रोजेक्ट बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जगदीशपुर स्थित है. इस फैसले को लेकर ग्राम पंचायत जगदीशपुर के प्रमुख लोगों और अभिभावकों में गहरी निराशा और विरोध की भावना है. मालूम हो कि मध्य विद्यालय से ही कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय संचालित हो रही थी. अब कस्तूरबा विद्यालय के संचालन का कार्य भी किसी दूसरे स्कूल से टैग करना होगा. ग्रामीणों का कहना है कि लड़कियों को बालक विद्यालय में शिफ्ट करना पूरी तरह से अनुचित है. खासकर जब गांव में बालिका शिक्षा के लिए एक विशेष विद्यालय पहले से मौजूद है. इस विषय को लेकर गुड़िया देवी, जो प्रखंड प्रमुख और पंचायत समिति सदस्य हैं, ने अन्य ग्राम पंचायत सदस्यों और अभिभावकों के साथ मिलकर एक पत्र प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से संबंधित अधिकारियों को भेजा है. पत्र में यह मांग की गई है कि कक्षा छह से आठ के केवल लड़कों को ही लोकनाथ हाइस्कूल जगदीशपुर में शिफ्ट किया जाए, ताकि बालिका विद्यालय का अस्तित्व बचा रहे और लड़कियों को सुरक्षित और समर्पित वातावरण में अपनी पढ़ाई जारी रखने का अवसर मिले. ग्राम पंचायत जगदीशपुर के मुखिया लालमती देवी, सीमा देवी, सविता देवी, चंपा देवी सहित अन्य अभिभावकों ने इसे लेकर चिंता जताई है और अधिकारियों से शीघ्र निर्णय की मांग की है.
अधिकारियों को भेजे गए पत्र में इस मुद्दे का शीघ्र समाधान करने की अपील की गई है, ताकि गांव की लड़कियां अपने अधिकार के अनुसार शिक्षा प्राप्त कर सकें और भविष्य में किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े.
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