– एक से लेकर छह नंबर प्लेटफॉर्म तक जाने के लिए एक नहीं, दो से अधिक हैं एफओबी
– पटरी पार करते हुए हर साल कई लोगों की ट्रेन से कट कर हो जाती है मौतवरीय संवाददाता, भागलपुर
भागलपुर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए कई योजनाओं को धरातल पर लाया गया. एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म तक जाने के लिए फुट ओवर ब्रिज का निर्माण हुआ. उसके बाद स्वचालित सीढ़ी से लेकर लिफ्ट का भी निर्माण हुआ. इसे बनाने के पीछे सबसे बड़ा कारण था कि यात्री पटरी पार कर दूसरे प्लेटफॉर्म व ट्रेन पर नहीं चढ़े और कटने की घटना में कमी आ सके. इसके बाद भी यात्रियों द्वारा पटरी पार किया जाना लगाता जारी है. जिसके कारण ट्रेन से कटने की घटना होती रहती है. पटरी पार कर यात्री नहीं जाये इसके लिए आरपीएफ की लगातार गश्ती भी होती है. माइकिंग भी की जाती है. जुर्माना भी लगाया जाता है. फिर भी यात्री पटरी पार कर रहे हैं और उनमें कई की जान भी जा रही है.
यार्ड की तरफ से हर दिन दर्जनों यात्री पार करते हैं पटरी
हर दिन यात्री पटरी पार करते हैं. दो, तीन, चार, पांच व छह नंबर पर आने वाली गाड़ी से उतरने वाले यात्रियों में बहुत से यात्री यार्ड होते हुए रेलवे के खुले रास्ते से मुख्य सड़क पर चले जाते हैं. हर दिन ये लोग पटरी पार करते हैं. जिस दिन आरपीएफ की नजर पड़ती है उस दिन जुर्माना लगता है. नहीं पड़ती है, तो लोग पटरी पार करते हैं. जबकि यार्ड होते हुए हर दिन कई ट्रेन आते-जाते हैं.आरपीएफ के सामने पटरी पार करते पाये गये बुजुर्ग यात्री
शनिवार को दो नंबर प्लेटफॉर्म पर डेढ़ बजे के करीब एक पैसेंजर ट्रेन लगी हुई थी. तभी उस ट्रेन से सामान लेकर दो बुजुर्ग यात्री पटरी पार कर एक नंबर प्लेटफॉर्म पर आने लगे. ड्यूटी में लगे आरपीएफ के कर्मी के मना करने के बाद भी दोनों एक नंबर प्लेटफॉर्म की तरफ बढ़ने लगे. अंत में आरपीएफ कर्मी ने ही उसे प्लेटफॉर्म पर चढ़ाया. कारण एक नंबर प्लेटफॉर्म पर यार्ड से जनसेवा एक्सप्रेस आ रही थी.
प्रभात अपील
सख्ती के बावजूद अब जब यात्री मानने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं, तो रेलवे को एक और व्यवस्था करना चाहिए. कई बड़े स्टेशनों पर दो पटरियों के बीच में स्टेशन पर लोहे का जाला लगाया जाता है. इससे यात्री चाह कर भी पटरी पार नहीं कर पाते हैं. ट्रेन खुलती भी रहे तो ऐसे यात्रियों को दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए ओवर ब्रिज ही पार करना पड़ता है. यही व्यवस्था भागलपुर रेलवे स्टेशन पर भी पटरियों के बीच किया जाना चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है