-यूजलेस बता नवनिर्मित यूरिनल को कर दिया ध्वस्त, कीमती जगह का सदुपयोग न कर बना दिया कूड़े का डंपिंग प्वाइंट
वरीय संवाददाता, भागलपुर
नगर निगम का भी कोई जवाब नहीं. लोहिया पुल पर शहरवासियों की सुविधा के लिए पहले दो सीटर यूरिनल बनाया और इसके संचालन के लिए जब किसी को ढूंढ़ नहीं पाया, तो अनुपयोगी बताकर जेसीबी से ध्वस्त करा दिया गया. अब उस कीमती जगह का सदुपयोग न कर वहां कूड़ा डंपिंग प्वाइंट बना दिया गया है. यह जगह अब पहले से भी ज्यादा बदबूदार हो गया है. इससे राहगीर परेशान रहते हैं.
सड़क बना कूड़ा घर, बदबू से जीना दूभर
सड़क को कूड़ाघर बना दिया गया है. सिर्फ रात में कूड़े का उठाव होता है. दिन में कूड़ा बिखरा रहता है. कंटेनर रखने के बाद भी वहां पर कूड़ा फैला है और कंटेनर से बाहर कूड़ा गिर रहा है. आम जनता को परेशानी झेलनी पड़ रही है. सफाई कर्मचारी कूड़ा उठाकर कंटेनर में भर देते हैं और समय से न उठाने के कारण उसी कंटेनर से मवेशी कूड़ा निकाल कर फैला देते हैं.
यूरिनल जैसे बना है, वैसे पड़ा है बेकार
शहर में आधा दर्जन जगहों पर यूरिनल बना है. जब से बना है, तभी यह बेकार पड़ा है. इसका भी ठेका करने में निगम प्रशासन फेल हो गया है. इसका ठेका तीन साल के लिए होना है.
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यहां बने हैं यूरिनल
आकाशवाणी चौक के पास 02 सीटर, महात्मा गांधी पथ पर रॉयल दरबार के सामने 02 सीटर, व्यवहार न्यायालय मुख्य गेट के पास, मनाली चौक के पास 02 सीटर एवं होली फैमिली स्कूल के सामने 02 सीटर का यूरिनल बेकार पड़ा है.
पब्लिक टायलेट के लिए भी ढूंढ़ सका चलाने वाला
नगर निगम की कार्यशैली का एक नमूना यह भी है कि शहर में जितनी जगहों पर पब्लिक टायलेट बना है, उसको चलाने वाला तीन साल बाद भी नहीं ढूंढ़ा जा सका है. बंदोबस्ती के लिए कई बार कोशिश की गयी लेकिन, इसमें निगम नाकाम रहा. करार की अवधि पूरी होने के बाद भी कई जगहों पर पूर्व के ही बंदोबस्तधारक इसको चला रहे हैं. शौचालय का उपयोग करने वालों से पैसे तो लिए जा रहे हैं लेकिन, वह निगम को जा रहा है या नहीं, इस पर पर्दा पड़ा है.
कोट
लोहिया पुल के पास यूरिनल को किस कारण से तोड़ा गया है, इसकी विस्तृत जानकारी ली जायेगी. कूड़े के लिए डंपिंग प्वाइंट बन गया है और कूड़ा बिखरा रहता है तो इसकी जांच होगी और संबंधित एजेंसी को निर्देशित किया जायेगा कि वहां सफाई की मुक्कमल व्यवस्था की जाये.
अजय शर्मा, योजना शाखा प्रभारी
नगर निगम, भागलपुर
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