इंटर लेवल मुस्लिम हाई स्कूल में नयी प्रबंध समिति के गठन के बाद मुस्लिम एजुकेशन कमेटी (एमईसी) व हाई स्कूल सचिव के बीच जुबानी जंग छिड़ गया है. दोनों तरफ से एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाये जा रहे हैं. इस बाबत मंगलवार को एमईसी के महासचिव हारिस फरीद अहमद खान ने हाई स्कूल के पूर्व सचिव जावेद खान पर हमला बोला है. उन्होंने जावेद खान की जन्मतिथि व डिग्री पर ही सवाल खड़ा कर दिया है. उर्दू गर्ल्स हाई स्कूल में प्रेसवार्ता में महासचिव ने कहा कि पूर्व सचिव वर्ष 2014 के एमईसी चुनाव में जन्मतिथि 1978 लिखा है. आगामी चुनाव को लेकर रजिस्ट्रेशन शीट पर एक जनवरी 1964 लिखा है. यही पहले हुए चुनाव में डिग्री पद के तहत चुनाव जीता. अब आगामी चुनाव में इंटर लिखा है. कहा कि क्या जावेद खान का पुन: जन्म हो रहा है. उनका एजुकेशन डिमोशन हो गया है. महासचिव ने कहा कि सचिव पद छोड़ने के लिए किसी भी हद तक जायेंगे. जरूरत पड़ी, तो कोर्ट के शरण में भी जायेंगे. कई गंभीर आरोप भी स्कूल के पूर्व सचिव पर लगाया है. मौके पर संयुक्त सचिव आरीफ अली, मुकर्रम खान, इबरार हुसैन उर्फ बेला, सैयद हासमी आदि मौजूद थे. दो दिन पहले इंटर लेवल मुस्लिम हाई स्कूल सचिव जावेद खान ने एमईसी के महासचिव व नयी प्रबंध समिति के सचिव पर गंभीर आरोप लगाया था.
बर्दी खान एजुकेशन के माफिया – शम्सउद्दीन
इंटर लेवल मुस्लिम हाई स्कूल में नयी प्रबंध समिति के सचिव मो शम्सउद्दीन ने प्रेसवार्ता में आरोप लगाया कि एमईसी के बर्दी खान एजुकेशन के माफिया है. सब उनके इशारे पर हो रहा है. जब इधर बैठक होती है, तो चले आते हैं. दूसरी तरफ भी जाकर कहते हैं कि हम साथ है. उसी माफिया कारण एमईसी की ये हालत है. मैं माफिया को बहुत पहले से जान रहा हूं. कहा कि दो से तीन दिन के अंदर इंटर लेवल मुस्लिम हाई स्कूल में सचिव पद पर योगदान देने जायेंगे. शम्सउद्दीन ने आरोप लगाया कि स्कूल के पूर्व सचिव, शिक्षक व कर्मचारी नामांकन के नाम पर खेल कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग आठ साल से काम कर रहे थे. उन्हें स्कूल से बाहर का रास्ता दिखा गया. जिन्हें कुछ नहीं आता है, उसे स्कूल में नौकरी दी गयी. कहा कि सचिव पद पर योगदान के बाद स्कूल से जड़े से भष्ट्राचार को समाप्त करेंगे.
20 साल बाद पता चला कि मैं माफिया हूं – बर्दी खान
इंटर मुस्लिम कॉलेज के सचिव बर्दी खान ने कहा कि मो शम्सउद्दीन वर्ष 2012-13 से हैं. उनको 20 साल के याद आ रहा है कि मैं एमईसी का माफिया हूं. नया व पुरानी कमेटी को लेकर झगड़ा चल रहा है. मेरा हमेशा से प्रयास रहा है कि दोनों को मिलाकर चुनाव कराया जाये, लेकिन एमईसी के अंदर कुछ गलत सोच के लोग अपना दबदबा बनाये रखने के लिए गलत-गलत बयानबाजी करवा रहे हैं.
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