राजभवन के अपर सचिव महावीर प्रसाद शर्मा ने टीएमबीयू के कुलपति को पत्र लिखकर अप्रैल में हुई अतिथि शिक्षक की नियुक्ति को लेकर 18 बिंदुओं पर जवाब मांगा है. नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान गोल्ड मेडलिस्ट शायिस्ता अहमद सहित 18 अभ्यर्थियों ने राजभवन से लिखित शिकायत कर नियुक्ति में धांधली का आरोप लगाया था. राजभवन ने कई आवेदकों को लेकर विवि से जवाब मांगा हैं. इन अभ्यर्थियों में खगड़िया के विकास कुमार, लखीसराय के सुमित कुमार, मुंगेर की नैनिकी कुमारी, भागलपुर के अक्षय कुमार झा, अंजनी भारतीयम, भाेजपुर के पंकज कुमार, दरभंगा के नकछेदी राम, रांची की मैताली मुखर्जी, वाराणसी की कविता कुमारी, कृष्ण कुमार, समन्विथा एस, तन्मय रथ, शायिस्ता अहमद, अरुण कुमार मिश्र, अमित कुमार, दिलशाद अख्तर, निवेश कुमार, अभिषेक राज शामिल हैं. नियुक्ति में धांधली के आरोप इतिहास के एक अभ्यर्थी का चयन नहीं हुआ, इसका एपीआई 78 व श्रेणी ओबीसी है. इसी श्रेणी में एपीआई 62 वाले का चयन हाे गया. 62 एपीआइ वाले अभ्यर्थी काे इंटरव्यू के पूरे 15 अंक भी मिलें ताे कुल एपीआइ 77 हाेता है. इसी विषय में ईडब्ल्यूएस में 81 एपीआई स्कोर वाले की जगह 65 एपीआइ वाले का चयन किया गया. मनाेविज्ञान में 90 एपीआइ वाले की जगह 73 एपीआइ का भी चयन किया गया. इसके अलावा यूजीसी, नेट जेआरएफ, एसआरएफ व शैक्षणिक अनुभव वाले अभ्यर्थियों का चयन नहीं हुआ. बिना शॉर्ट लिस्ट के सभी अभ्यर्थी मौखिक परीक्षा में शामिल हुए. आरोप है कि मौखिक परीक्षा में पेंसिल से अंक दर्ज करने के साथ परीक्षक से सादे कागज पर हस्ताक्षर कराया गया. 148 सीट के लिए रिक्ति जारी कर 70 का चयन कर आरक्षण राेस्टर का उल्लंघन किया गया. कई विषयाें की मौखिक परीक्षा में बाहर के वरीय प्रोफेसर नहीं रखे गये.
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