खरीक थाना पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहे 25 हजार रुपये के इनामी और टॉपटेन अपराधियों की सूची में शामिल कुख्यात ऋषभ चौधरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ओम प्रकाश ने अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता कर बताया कि आरोपित की गिरफ्तारी खगड़िया जिले के परवत्ता थाना क्षेत्र अंतर्गत नयागांव से की गयी है. पुलिस ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए उसे दबोचा और न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. गिरफ्तार आरोपित ऋषभ चौधरी खरीक थाना क्षेत्र कठेला गांव का रहने वाला है. उस पर आर्म्स एक्ट, लूट, रंगदारी मांगने और एससी/एसटी एक्ट के तहत गंभीर आरोप दर्ज हैं. नवगछिया पुलिस जिला में उसके खिलाफ तीन मामले दर्ज हैं, जबकि पड़ोसी जिलों में भी उसकी आपराधिक गतिविधियों को लेकर प्राथमिकी दर्ज है.
रंगदारी मांगने के दौरान की थी फायरिंग
11 नवंबर 2024 को ऋषभ चौधरी कठेला स्थित शैलेश चौधरी की दुकान पर पहुंच रंगदारी की मांग करने लगा. जब उसका विरोध किया गया, तो उसने गोली चला दी. इस घटना ने इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया था. इस मामले में पुलिस ने पहले ही प्रिंस कुमार नामक एक अन्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया था, ऋषभ चौधरी तब से फरार चल रहा था. नवगछिया एसपी ने आरोपित को गिरफ्तार करने के लिए 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था.लगातार हो रही थी छापेमारी
खरीक थाना की पुलिस आरोपित की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी. इसी क्रम में पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि ऋषभ चौधरी खगड़िया जिले में अपने किसी रिश्तेदार के यहां छिपा है. सूचना सत्यापन के बाद पुलिस ने छापेमारी की योजना बनायी और परवत्ता थाना क्षेत्र के नयागांव से उसे धर दबोचा.जल निकासी को लेकर ग्रामीणों ने किया एनएच-84 एक घंटा जाम
जल जमाव व नाले से निकास की समस्या से परेशान गोलसड़क के ग्रामीणों ने घोघा गोलसड़क चौंक पर एनएच-84 व एनएच- 80 मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. जाम की सूचना पाकर घोघा पुलिस पहुंची व समुचित सहयोग का आश्वासन देकर जाम को समाप्त कराया. दरअसल नाले का निकास की समस्या से ग्रामीण परेशान है. नाले का निकास नहीं होने से बारिश का पानी उपट कर दुकान व घरों मे फैल रहा है. प्रत्येक घरों की स्थिति बाढ़ जैसी हो गयी. परिवार के लोग व महिला सदस्यों को घर का पानी उपट कर फेंकना पड़ता. ग्रामीण व दुकानदार समस्या को लेकर कई बार संयुक्त हस्ताक्षरित आवेदन संबंधित वरीय पदाधिकारी को दिया, लेकिन अब कोई सकारात्मक पहल नहीं हुआ. अगले तीन चारों दिनों में समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो हमलोग आंदोलन व भूख हड़ताल को बाध्य हो जायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है