-पुल निर्माण निगम से डिमांड करेगा फंड, फंडिंग के साथ सामाजिक प्रभाव आकलन की तिथि और जगह का होगा निर्धारणवरीय संवाददाता, भागलपुर
भागलपुर-गोराडीह मार्ग स्थित बौंसी रेल पुल संख्या-2 पर प्रस्तावित रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) के निर्माण की प्रक्रिया अब आगे बढ़ी है. परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण का रास्ता साफ करने के लिए सामाजिक प्रभाव आकलन (एसआइए) कराने का निर्णय लिया गया है. इसके लिए ललित नारायण मिश्रा इंस्टीट्यूट को एजेंसी के तौर पर चयनित किया गया है.फंडिंग के साथ शुरू होगा आकलन
एसआइए का काम तभी शुरू होगा, जब पुल निर्माण निगम, भू-अर्जन विभाग को इसके लिए फंडिंग करेगा. भू-अर्जन विभाग अगले सात दिनों के अंदर पुल निर्माण निगम को इस संबंध में एक पत्र लिखेगा, जिसमें दो से तीन लाख रुपये की राशि की मांग की जायेगी. जैसे ही पुल निर्माण निगम से यह राशि मिलेगी, वैसे ही सामाजिक प्रभाव आकलन के लिए तिथि और स्थान निर्धारित कर लिया जायेगा.
एक महीने में आकलन, फिर मापी शुरू
भू-अर्जन विभाग का दावा है कि सामाजिक प्रभाव आकलन अगले एक महीने के अंदर पूरा कर लिया जायेगा. एसआइए की प्रक्रिया पूरी होने के कुछ ही दिनों बाद आरओबी के लिए जमीन मापी का कार्य भी शुरू हो जायेगा. बौंसी रेल पुल संख्या-2 पर ऊपरी सड़क और पुल निर्माण के लिए देवघर की हरदेव कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड नामक एजेंसी चयनित की गयी है. चयनित एजेंसी कैंप की व्यवस्था में जुट गयी है. पुल निर्माण निगम का दावा है कि जून में आरओबी बनने लगेगा. सिर्फ एलओए (लेटर ऑफ एक्सप्टेंस) जारी करने की देरी है. इसके जारी होने के साथ एग्रीमेंट और वर्क ऑर्डर निर्गत करने की प्रक्रिया पूरी की जायेगी. देवघर की ठेका एजेंसी हरदेव कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड का चयन सबसे कम बिड रेट रहने की वजह से हुआ है. उन्होंने टेंडर वेल्यू से 17.51 प्रतिशत कम रेट भरा था. यानी, 17.51 प्रतिशत कम यानी 66 करोड़ 96 लाख 20 हजार 824 रुपये में आरओबी बनायेगा. इस प्रोजेक्ट का टेंडर वेल्यू 81 करोड़ 17 लाख 60 हजार रुपये निर्धारित था. आरओबी बनने से दक्षिणी शहर वासियों के लिए रास्ता आसान हो जायेगा. बौंसी रेल पुल के अंडरपास में जलजमाव का सामना नहीं करना पड़ेगा. अप्रोच रोड समेत आरओबी का निर्माण होगा.कोट
जून में आरओबी का निर्माण शुरू होगा. चयनित एजेंसी कैंप की व्यवस्था में जुट गयी है. जल्द ही एलओए जारी होगा. इसके बाद एग्रीमेंट और वर्क ऑर्डर निर्गत करने की प्रक्रिया पूरी की जायेगी.अनिल कुमार सिंह, सहायक अभियंतापुल निर्माण निगम, भागलपुर
जमीन अधिग्रहण के लिए एसआइए किया जायेगा. इसके लिए एजेंसी चयनित कर ली गयी है. पुल निर्माण निगम से फंड मांगा जायेगा. फंडिंग होने के साथ एसआइए के लिए तिथि और जगह निर्धारित कर ली जायेगी. एसआइए के बाद मापी शुरू होगा.राकेश कुमार, जिला भूअर्जन पदाधिकारीभूअर्जन विभाग, भागलपुर
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