-प्रशासन ने हड़ताली कर्मियों को अनुपस्थित बताते हुए 48 घंटे में किया है जवाब-तलब, संघ ने कहा-कोई पत्र नहीं मिला हैजिले में ग्रामीण आवास सहायकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल थमने का नाम नहीं ले रही है. शनिवार से शुरू हुई हड़ताल में आवासकर्मी समाहरणालय से लेकर प्रखंड मुख्यालयों तक डटे हुए हैं. दो दिवसीय धरना से निपटने के बाद अब वे विभागीय मंत्री से बातचीत के प्रयास में जुटे हैं. उधर, प्रशासन ने सभी हड़ताली कर्मियों को अनधिकृत अनुपस्थित बताते हुए 48 घंटे में जवाब-तलब किया है और कहा है कि क्यों नहीं आपके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की जाये. समय पर कार्य पर वापस नहीं आने एवं स्पष्टीकरण का समर्पित नहीं करने पर अनुबंध रद्द करने की चेतावनी भी दी है.
प्रशासन सख्त, संघ भी पीछे हटने को नहीं तैयार
प्रशासन की सख्ती के बावजूद संघ के जिलाध्यक्ष अमित कश्यप ने बताया कि अब तक उन्हें कोई आधिकारिक पत्र प्राप्त नहीं हुआ है. सभी कर्मी हड़ताल की सूचना देकर गये हैं और इस मुद्दे पर मंत्री से बातचीत की कोशिश हो रही है. अगर सकारात्मक पहल हुई, तो सभी कर्मचारी ड्यूटी पर लौटने को तैयार हैं. अन्यथा, आंदोलन जारी रहेगा.
16 सूत्री मांगें को लेकर हैं हड़ताल पर
16 सूत्री मांगों को लेकर आवासकर्मी हड़ताल पर हैं. मांगों में सेवा स्थायी करने, मानदेय का पुनः पुनरीक्षण और प्रतिवर्ष न्यूनतम 10 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि करने, सेवा पुस्तिका का संधारण व सेवा शर्त नियमावली का निर्धारण, विभिन्न बीमा की सुविधा और पुरानी पेंशन योजना लागू, आरोप मात्र के आधार पर सेवा समाप्त नहीं करने, नियोजित शिक्षकों की भांति मृत्यु पर ग्रामीण आवासकर्मियों के आश्रितों को अनुकंपा का लाभ, गृह जिला में स्थानांतरण, महिलाकर्मियों के लिए विशेष सुविधा आदि शामिल हैं.
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