जिले में रविवार को वैशाख शुक्ल चतुर्दशी पर महर्षि मेंहीं परमहंस महाराज की 141वीं जयंती धूमधाम से मनायी गयी. जगह-जगह पर प्रभातफेरी, पुष्पांजलि, सत्संग व प्रवचन का आयोजन हुआ. जयंती समारोह का मुख्य आयोजन भागलपुर स्थित कुप्पघाट महर्षि मेंहीं आश्रम में हुआ. संतमत के अंतरराष्ट्रीय वक्ता स्वामी सत्यप्रकाश बाबा ने वर्तमान आचार्यश्री हरिनंदन बाबा के आशीर्वचनों से सत्संगियों को अवगत कराया. उन्होंने कहा कि आचार्यश्री का कहना है कि तीन तापों दैहिक, दैविक व भौतिक से मुक्त करनेवाले संत ही हो सकते हैं. ऐसे ही संत हमारे गुरु महाराज महर्षि मेंहीं परमहंस थे. गुरुसेवी भगीरथ दास महाराज महाराज ने कहा कि ब्रह्ममुहूर्त में ध्यान करने से गुरुदेव की दया अधिक प्राप्त होती है. साधकों को आलसी नहीं होना चाहिए. सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस मनुष्य के रूप में परमात्मा थे. उन्होंने लाखों साधक तैयार किये और संतमत की धारा से मानव समाज का कल्याण किया. गुरु चरणसेवी स्वामी प्रमोद जी महाराज ने कहा कि तीनों लोकों की संपदा गुरु के अधीन रहती है. गुरु चंदन और चन्द्रमा के समान शीतल होते हैं. संत जगत की त्रास मिटाते हैं. इससे पहले विभिन्न संतों एवं अतिथियों ने महर्षि मेंहीं महाराज एवं महर्षि संतसेवी महाराज के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की. अखिल भारतीय संतमत सत्संग महासभा के अध्यक्ष अरुण अग्रवाल, महामंत्री दिव्य प्रकाश, उपाध्यक्ष श्रीकृष्ण यादव, मुकेश जायसवाल, मंत्री मनु भास्कर, जयप्रकाश यादव, कौशल किशोर, अरुण भगत, राम कुमार आदि ने पुष्पांजलि अर्पित की. स्तुति वाचन रविंद्र बाबा ने किया. स्वामी रमेशानंद बाबा, स्वामी अनिल बाबा, स्वामी नंदन बाबा, स्वामी परमानंद बाबा आदि ने भी प्रवचन किया. कर्म से बढ़कर कोई भक्ति नहीं : दिव्य प्रकाश महामंत्री दिव्य प्रकाश ने कहा कि सद्गुरु महर्षि मेंहीं महाराज का कहना था कर्म ही पूजा है. कर्म से बढ़ कर कोई भक्ति नहीं है. मंच का संचालन आशीष कुमार ने किया. धन्यवाद ज्ञापन अध्यक्ष अरुण अग्रवाल ने किया. इस मौके पर पंकज बाबा, कृष्ण बल्लभ बाबा, रमेश बाबा, संजय बाबा, अमित कुमार, सूरज कुमार आदि उपस्थित थे. समारोह में कटिहार, पूर्णिया, सुपौल, साहेबगंज, गोड्डा, रांची, धनबाद समेत देशभर के सत्संगी पहुंचे समारोह में कटिहार, पूर्णिया, सुपौल, नवगछिया, बांका, गोड्डा, साहेबगंज, किशनगंज, मुंगेर समेत देश के विभिन्न प्रांत के हजारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया. आश्रम परिसर में एक दिन पहले से ही विभिन्न स्थानों से श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था. श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला दिनभर चलता रहा. गाजे-बाजे के साथ निकली शोभायात्रा अहले सुबह पांच बजे गाजे बाजे के महर्षि मेंहीं की शोभायात्रा निकाली गयी. शोभायात्रा में अध्यक्ष अरुण अग्रवाल, महामंत्री दिव्य प्रकाश, मंत्री मनु भास्कर, पंकज बाबा, जयप्रकाश यादव, कौशल किशोर आदि शामिल थे. शोभायात्रा आश्रम से निकलकर डीएम कोठी, तिलकामांझी, कचहरी चौक, घंटाघर चौक होते हुए पूरे शहर में घूमते हुए पुन: आश्रम परिसर पहुंच पूरी हुई. प्रात: छह बजे से भजन कीर्तन, स्तुति, प्रार्थना हुई. इसके बाद गुरु निवास में पुष्पांजलि, 11 बजे से सामूहिक भंडारा का आयोजन किया गया. पूरे मार्ग में श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. साथ ही महर्षि मेंहीं का कैलेंडर भी बांटा गया.
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