भागलपुर.
भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा संपोषित तीन दिवसीय प्रथम अधिवेशन सह राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन नालंदा खुला विश्वविद्यालय नालंदा में 10 से 12 मई तक किया गया. यह आयोजन इतिहास संकलन समिति योजना, बिहार एवं नालंदा कॉलेज बिहारशरीफ के संयुक्त तत्वावधान में “भारत बोध ” विषय पर केंद्रित रहा. संगोष्ठी में तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य सह वित्तीय समिति सदस्य एवं रिसर्च स्कॉलर आशीष कुमार सिंह ने “वैदिक काल में पर्यावरण चिंतन ” विषय पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया. अपने शोध वक्तव्य में आशीष कुमार सिंह ने वैदिक काल में पर्यावरण के प्रति चिंतन एवं दर्शन पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम में विश्वविद्यालय सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ प्रो गिरीश चौधरी, भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद के सदस्य डॉ प्रो राजीव रंजन, मुरारका कॉलेज सुलतानगंज के प्राचार्य डॉ प्रो अमरकांत सिंह सहित अन्य विद्वान शिक्षक उपस्थित थे.
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