प्रभात खास
= अभी हड्डी संबंधी बीमारी के इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज मायागंज पर निर्भर हैं लोग= सदर अस्पताल में आर्थो के दो अतिरिक्त चिकित्सक प्रतिनियुक्त= आर्थो जांच संबंधी मशीन मंगाने की प्रक्रिया अस्पताल प्रशासन ने की शुरू, जल्द होगा इंस्टॉलेशनललित किशोर मिश्र, भागलपुर
शहर में अभी सरकारी अस्पताल में सिर्फ जेएलएनएमसीएच मायागंज में हड्डी रोग का ऑपरेशन होता है. यह इलाज सदर अस्पताल में नहीं होता है. हाल के महीनों में सदर अस्पताल का नया भवन जो पूरी तरह आधुनिक बनाया गया है. इस अस्पताल में आने वाले दिनों में हड्डी संबंधी रोगों का ऑपरेशन भी होगा. शरीर के किसी भी अंग की हड्डी टूटने पर अब लोग सदर अस्पताल आकर अपना इलाज के साथ ऑपरेशन भी करा सकेंगे. इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गयी है. हड्डी रोग के ऑपरेशन के लिए लगने वाली मशीनों को मंगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. जल्द ही इन मशीनों को अस्पताल में मंगा लिया जायेगा और इंस्टॉल संबंध प्रक्रिया शुरू हो जायेगी. इसके बाद मायागंज अस्पताल पर दबाव भी कम होगा. अभी जिलेभर से हड्डी रोग के इलाज व ऑपरेशन के लिए लोग मेडिकल कॉलेज मायागंज पहुंचते हैं. सदर अस्पताल में हड्डी रोग विभाग में पहले एक ही डॉक्टर थे, अब दो डॉक्टर की और प्रतिनियुक्ति हुई. अब इनकी संख्या तीन हो गयी है.
एक अस्पताल में इलाज होने से नंबर भी लगता था लंबे समय का
हड्डी रोगों का इलाज सिर्फ मेडिकल कॉलेज अस्पताल में होने के कारण जिलेभर के हड्डी रोगों के मरीज मायागंज अस्पताल में आते थे. जिससे नंबर भी अधिक लंबा लग जाता है. इससे मरीजों का नंबर आने में भी समय लगता है. कभी-कभी पहले दिन लंबी लाइन के कारण हड्डी संबंधी किसी रोग का इलाज नहीं हो पाता था. अब यह सुविधा सदर अस्पताल में होगी.-कोट-
इस अस्पताल में आने वाले दिनों में हड्डी संबंधी रोगों का इलाज के साथ ऑपरेशन भी होगा. शरीर के किसी भी अंग की हड्डी टूटने पर अब लोग सदर अस्पताल आकर ऑपरेशन करा करेंगे. इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गयी है. मशीनों को मंगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. जल्द ही इन मशीनों को मंगा कर अस्पताल में इंस्टॉल संबंध प्रक्रिया शुरू हो जायेगी.डॉ राजू कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल, भागलपुर .B
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है