चांदन नदी के दोनों तरफ के गांव में बसे लोग एक बड़े संघर्ष की ओर रुख कर चुके हैं. वर्षों से अपनी तकलीफों से समझौता कर नेताओं के आश्वासनों के सहारे सैदपुर टहसूर घाट पर पुल निर्माण की बाट जोह रहे तीन प्रखंड के दर्जनों गांव के लोगों का धैर्य अब जवाब देने लगा है. पुल नहीं रहने से साल दर साल नदी पार करने के दौरान डूबते देखना और चैक डेम नहीं रहने से खेती किसानी को मरता देखना अब लोगों के बर्दाश्त के बाहर हो गया है. विगत कुछ दिनों से क्षेत्र के लोग अब आर-पार की लड़ाई का मन बना चुके हैं. रविवार को जगदीशपुर के सैदपुर घाट के किनारे रुपौली में पुनः एक बड़ी सभा में आसपास के दर्जनों गांव से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. इससे पहले तीन बार पुल व चेक डैम निर्माण को लेकर बैठक हो चुकी है. रविवार को सभा की भीड़ बता रही थी कि आने वाले दिनों में यह आंदोलन एक बड़ा रूप लेगा. सभा में सभी वक्ताओं ने पुल तथा नदी में विभिन्न जगहों पर छिटका निर्माण को अति आवश्यक बता जिला प्रशासन से पहल करने तथा सरकार से निर्माण कराने की मांग की. सभा के दौरान संघर्ष को मजबूती प्रदान करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया, जिसका नाम सैदपुर पुल सह छिटका निर्माण संघर्ष समिति रखा गया है. सभा में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सबसे पहले प्रखंड, जिला व प्रमंडल स्तर के अधिकारियों को मांगों से संबंधित आवेदन दिया जायेगा. इसके बाद मुख्यमंत्री व संबंधित विभाग के मंत्री से मिल कर तथा आवेदन देकर पुल तथा छिटका निर्माण की मांग की जायेगी. यदि निर्माण की दिशा में कोई अपेक्षित परिणाम देखने को नहीं मिला, तो आंदोलन का रूख अख्तियार किया जायेगा. सभा में विनोद कुमार सिंह, अजय राय, अनिरुद्ध महतो, घनश्याम मंडल, आशीष मंडल, चेतन कुशवाहा, नेपाली साह, विजय कुमार, शत्रुघन कुमार सिंह सहित अन्य लोगों ने अपनी बातों को रखा.
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