तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में इन दिनों परीक्षा विभाग में एक के बाद एक गड़बड़ी सामने आ रही है. इसी कड़ी में पीजी के एक छात्र को कॉपी में 28 नंबर है, लेकिन अंक का कुल जोड़ कॉपी के पुष्ट के ऊपर 17 अंक दिखाया गया है. जिस कारण छात्र काे उसे विषय में फेल कर दिया है. विवि की इस गड़बड़ी से छात्र का रिजल्ट पेंडिंग हो गया है. जबकि छात्र सभी सेमेस्टर में पास है. अब छात्र रिजल्ट सुधार के लिए विवि का चक्कर लगा रहा है. इस बाबत पीजी हिंदी विभाग के छात्र सूरज कुमार ने कुलपति को लिखित शिकायत की है. कुलपति प्रो जवाहर लाल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संज्ञान लिया है. इसे लेकर कुलपति ने परीक्षा नियंत्रक से मामले में पूरी जानकारी मांगी है.
कॉपी में हेड व सहायक हेड का हस्ताक्षर भी नहीं
बताया जा रहा है कि कॉपी किसने जांच की है. इसकी जानकारी भी विवि के अधिकारी को नहीं मिल रही है. क्योंकि कॉपी जांचने के बाद हेड व सहायक हेड ने कॉपी पर हस्ताक्षर नहीं किया है. बिना हस्ताक्षर के ही सहायक हेड ने कॉपी की जांच की और अंक भी दिया.
कोट —
मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है. कुलपति के निर्देश पर आगे की प्रक्रिया की जायेगी. कॉपी में री-टोटलिंग का प्रावधान है. कुलपति के मार्गदर्शन में सारी प्रक्रिया की जायेगी.
डॉ कृष्ण कुमार, परीक्षा नियंत्रकडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है