जवाहर लाल नेहरू मेडिकल काॅलेज अस्पताल में ब्लड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन की पढ़ाई शुरू हाेगी. बुधवार काे ब्लड बैंक में ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन कमेटी की बैठक हुई. कहा गया कि सालाना 12 हजार यूनिट ब्लड की यहां खपत हाेती है. डिप्लाेमा नेशनल बाेर्ड यानी डीएनबी की पढ़ाई शुरू हाे सकती है. यह हाेने पर एक क्लीनिक अलग से चालू हाे जायेगा, जहां खून से संबंधित बीमारियाें पर रिसर्च हाे सकेगा. मरीजाें में हाेनेवाले दुष्प्रभाव के बारे में पता लगाया जा सकेगा. इससे इलाज का स्तर भी उच्च गुणवत्ता का हाेगा. नयी टीम भी तैयार हाेगी. ब्लड बैंक के अधिकारी एसाेसिएट प्राेफेसर डाॅ मुकेश प्रसाद साह ने बताया कि खून की सप्लाई एचओडी, यूनिट इंचार्ज की अनुशंसा पर ही की जायेगी. अगर उनकी अनुशंसा नहीं है ताे दूरभाष पर बात करके दी जा सकती है. अगर काेई मरीज लावारिस है, ताे उनके लिए फ्री खून दिया जायेगा. 100 यूनिट से नीचे खून रहने पर फ्री देने पर राेक रहेगी.
कई सरकारी अस्पतालों में लाउंड्री सेवा शुरू होगी
जिले के कई सरकारी अस्पतालों में बेडशीट समेत कपड़ों की सफाई के लिए नये सिरे से लाउंड्री सर्विस एजेंसी की बहाली होगी. सिविल सर्जन कार्यालय ने निविदा जारी कर 22 जुलाई तक आवेदन मांगे हैं. लाउंड्री की व्यवस्था जिन अस्पतालों में होगी, इनमें रेफरल अस्पताल सुलतानगंज, नाथनगर व पीरपैंती हैं. वहीं सीएचसी जगदीशपुर, सन्हौला, शाहकुंड, बिहपुर, रंगरा, गोपालपुर, इस्माइलपुर, नारायणपुर, खरीक व सबौर हैं. इसके अलावा पीएचसी गोराडीह में भी लाउंड्री सेवा बहाल होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है