वरीय संवाददाता, भागलपुरभागलपुर के निर्देशक व लेखक सोमेश यादव की फिल्म डॉक्टर बेटियां भागलपुर के सिनेमाघरों में सोमवार को रिलीज हुई. पिता-पुत्री के रिश्ते पर फिल्म केंद्रीत है. यह फिल्म दर्शकों के दिलों को छू गई, और लोग भावुक होकर हॉल से बाहर आते दिखे.
दिल को छूने वाला है संवाद
फिल्म देखने के बाद दर्शकों ने अपनी भावनाएं साझा की. आशीष मंडल ने कहा कि फिल्म में पिता और बेटी के रिश्ते को इतनी खूबसूरती से फिल्माया गया है कि आंखें नम हो जाती हैं. अमृत जैन ने फिल्म के डायलॉग्स की सराहना करते हुए कहा हरेक संवाद दिल को छू लेने वाला है, जैसे डॉक्टर बनूंगी न बाबा’, ‘मोबाइल बुरी चीज है, लेकिन तुम इससे अच्छी बातें सीख सकती हो. फिल्म की सफलता को लेकर मनीष चौधरी ने कहा, फिल्म के लेखक-निर्देशक सोमेश यादव ने भागलपुर में रहते हुए बॉलीवुड स्तर की फिल्म बनाई है, जो काबिले-तारीफ है. फिल्म के निर्माता बिट्टू यादव ने बताया कि ‘डॉक्टर बेटियां’ को कम बजट और सीमित संसाधनों के बावजूद बड़ी मेहनत से तैयार किया गया. इसे पूरा करने में एक साल का समय लगा. फिल्म के लेखक-निर्देशक सोमेश यादव ने कहा, “दर्शकों से उम्मीद से ज्यादा प्यार मिला है. आगे भी प्रेरणादायक फिल्में बनाता रहूंगा, ताकि समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके. हर माता-पिता को यह फिल्म अपने बच्चों को दिखानी चाहिए, यह उनके जीवन को बदल सकती है. अंतरराष्ट्रीय स्तर का संगीत ग्रीस के संगीतकारों ने और गहराई दी है जिसमें संगीत रचना: स्टेलिओस पापाकोस्मिडिस, साउंड डिजाइन: एलेनी एंजेली और नास्टिया बागलारिडू, ऑर्केस्ट्रेशन: स्टेलिओस पापाकोस्मिडिस और पानोस टोपालिडिस आदि की है.भूमिका
फिल्म के मुख्य कलाकार: सोमेश यादव, काव्या चौबे हैं. सहायक कलाकार के तौर पर सुयश जैन, अनिल रमन, संतोष कुमार झा, अर्पिता चौधरी,रूपेश यादव शामिल हैं. फिल्म की डीआई हैदराबाद में की गई है, जिससे इसकी सिनेमैटोग्राफी और रंग संयोजन को बेहतरीन रूप दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है