टीएमबीयू में कार्यरत अतिथि शिक्षकों के सेवा विस्तार मामले को लेकर विवि प्रशासन ने स्पष्ट रूप से कहा कि फाइल राजभवन सचिवालय भेजी गयी है. मामले में विवि प्रशासन खुद तत्पर है. रजिस्ट्रार स्वयं राजभवन जाकर अतिथि शिक्षकों के मामले में अधिकारियों से बात किये हैं. जबकि मंगलवार को कुलपति व रजिस्ट्रार ने संयुक्त रूप से अतिथि शिक्षक संघ से किसी भी तरह का धरना-प्रदर्शन और हड़ताल नहीं करने की अपील की थी. बावजूद भी अतिथि शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ आनंद आजाद के नेतृत्व में विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन में धरना दिया गया.
पीआरओ डॉ दीपक कुमार दिनकर ने विवि प्रशासन का हवाला देते हुए कहा कि बेवजह धरना-प्रदर्शन व हड़ताल से विश्वविद्यालय की छवि भी धूमिल होती है. गेस्ट फैकल्टी संघ के अध्यक्ष डॉ आनंद आजाद को कुलपति ने राजभवन सचिवालय भेजे गये पत्र को स्पष्ट रूप से दिखाया भी था. उन्हें बताया गया की कुलपति के नीतिगत निर्णय लेने पर राजभवन द्वारा रोक लगी हुई है. ऐसे में अतिथि शिक्षकों के सेवा विस्तार से संबंधित मामला राजभवन से अनुमति मिलने के उपरांत निर्धारित प्रक्रिया द्वारा ही किया जा सकता है. सेवा विस्तार सेलेक्शन कमेटी द्वारा किया जाता है. इसमें कार्यरत अतिथि शिक्षकों के सीसीआर रिपोर्ट कॉलजों के प्राचार्य व पीजी विभागों के हेड से लिया जाता है.
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