टीएमबीयू में फर्जी अंकपत्र मामले में विवि आरोपी कर्मी पर केस दर्ज नहीं करेगा. इसके लिए कहा गया कि उसे निलंबित कर दिया गया है. अगर केस दर्ज करना हो तो पीड़ित छात्रा इसके लिए आगे आयेगी. विवि का कहना है कि अंकपत्र के लिए छात्रा ने भुगतान किया था. गड़बड़ी की सूचना उसी ने दी थी. अगर केस करना है तो वहीं करेंगी. प्रभारी प्राॅक्टर प्राे संजय कुमार झा ने कहा कि इसमें विवि की काेई भूमिका नहीं है. इधर, मामले काे लेकर विधायक अजीत शर्मा ने राजभवन व शिक्षा मंत्री काे पत्र लिखकर इसकी जांच करने की मांग की. पत्र में कहा गया है कि फर्जी अंकपत्र व प्रवेशपत्र के कई मामले मिल चुके हैं. बता दें कि मामला प्रकाश में आने के बाद कुलपति प्राे जवाहर लाल ने पीड़ित छात्रा काे देवी कहकर संबोधित किया था. उसकी वजह से ही धांधली का पर्दाफास हुआ था. कुलपति ने दाेषी निलंबित कर्मी पर केस करने की बात कही थी.
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