श्री गौशाला भागलपुर में राइजिंग वॉइसेज संस्था की ओर से अंगिका भाषा को डिजिटल करने के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी अंकित रंजन, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ अमरेंद्र, मंजूषा कलाकार डॉ उलूपी झा, डॉ प्रदीप प्रभात, मनोज कुमार माही ने संयुक्त रूप से किया. जिला संस्कृति पदाधिकारी अंकित रंजन ने कहा कि अंगिका डिजिटलीकरण अति आवश्यक है. साथ ही अंगिका को अब सभी दिशा में काम करने की आवश्यकता है. जितनी संख्या में युवा इस भाषा से जुड़ेंगे, काम उतनी ही तेजी में आगे बढ़ेगा. डॉ अमरेंद्र ने अंगिका के शब्दकोश का विस्तार करने और अधिक लोगों को काम करने की अपील की. वहीं राइजिंग वॉइसेज संस्था से आयीं भाषा डिजिटल ट्रेनर अमृत सूफी ने विकिपीडिया पर कैसे काम करना है, अंगिका की चीजों को सोशल साइट पर किस प्रकार प्रसारित और प्रचारित करना है, इसकी विस्तृत जानकारी दी. कार्यक्रम में कुमार गौरव, सुधीर कुमार प्रोग्रामर, रणजीत मंडल, पूर्णेंदु चौधरी, सूरज जयसवाल, नवनीत आनंद, श्वेता सुमन, ट्विंकल शांडिल्य, रिया, उमा भारती, मानसी सिंह, ज्योति सहित कुल 30 प्रतिभागियों ने भाग लिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है