– जिलाधिकारी के निर्देश पर जगह चिह्नित करने की चल रही कवायद
उपमुख्य संवाददाता, भागलपुर
भागलपुर समाहरणालय में उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान केंद्र की स्थापना होगी, जिसमें कलाकृतियों की बिक्री होगी. इस संबंध में जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने समाहरणालय परिसर में एक उपयुक्त जगह चिह्नित करने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही जिला विकास शाखा और जिला राजस्व शाखा जगह चिह्नित करने की कवायद शुरू कर दी है. इससे पहले राज्य के सभी जिलों में उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान केंद्र की स्थापना करने का निर्देश राज्य के सभी जिले के डीएम को उद्योग निदेशालय के निदेशक मुकुल कुमार गुप्ता ने दिया था.इस केंद्र में मिलेगी कलाकारों की खुद से बनायी सामग्री
उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान केंद्र, पटना द्वारा निर्मित वस्तुओं की बिक्री इस केंद्र में होगी. इन वस्तुओं को बढ़ावा देने के लिए केंद्र के माध्यम से जागरूक किया जायेगा. जिला राजस्व शाखा स्थान चिह्नित कर रहा है.बिहार की कलात्मक विरासत को संरक्षित करता है संस्थान
उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान बिहार की कलात्मक विरासत को संरक्षित और संवर्धित करने का एक महत्वपूर्ण केंद्र है. यह संस्थान पारंपरिक शिल्पकला और हस्तशिल्प के संरक्षण और संवर्धन में सक्रिय भूमिका निभाता है. इसके समाहरणालय में स्थापित होनेवाले केंद्र में टिकुली कला, पेपर मेशी, मंजूषा पेंटिंग, मधुबनी पेंटिंग, जूट क्राफ्ट, टेराकोटा, सिक्की कला के साथ समकालीन कला से जुड़ी कलाकृतियां लोग खरीद सकेंगे. इसका लाभ इसे तैयार करनेवाले कलाकारों को भी होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है