वरीय संवाददाता, भागलपुर जिले के मुख्य डाकघर में सैकड़ों लोगों का आना-जाना लगा रहता है. कई बार लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ता है. लेकिन इस दौरान अगर प्यास लग जाये, तो उन्हें निराश होना पड़ेगा.दरअसल, यहां पिछले दो सालों से पानी की सप्लाई ठप है. बोरिंग भी खराब हो चुकी है. ऐसी स्थिति में प्यास बुझाने के लिए लोगों को या तो बाहर का रुख करना पड़ता है या फिर प्यासे ही काम निपटाने के लिये मजबूर होना पड़ता है. इसलिये किसी काम से डाकघर जाते हैं तो गर्मी के इस मौसम में पानी की बोतल जरूर साथ रखें.
दो डिब्बे में मिलजुल कर कर्मचारी चला रहे काम
बड़ी पोस्टऑफिस में काम शुरु करने से पहले कर्मचारियों को भी पानी का जुगाड़ करना पड़ता है. पोस्टऑफिस पहुंचने से पहले उन्हें पानी वाले को फोन करना होता है. पानी का दो डिब्बा आता है और इसी से मिलजुल कर पूरे दिन काम चलाता है. हालांकि, कुछ कर्मचारी घर से ही पानी भरकर लाते हैं.साहब के कार्यालय की बिल्डिंग में बोरिंग, फिर भी डाकघर में लोग प्यासे
कैंपस में ही दूसरी ओर साहब की बिल्डिंग है. वहीं, बोरिंग भी है. यह चालू स्थिति में है. सिर्फ 100 मीटर पाइप जोड़ देने मात्र से बड़ी पोस्टऑफिस की पानी की दिक्कत दूर हो जायेगी. लेकिन, यह काम कराना मुनासिब नहीं समझा गया है.पानी की किल्लत की वजह से टायलेट व यूरिनल की भी सफाई नहीं हो रही है.टैंकर के लिए निगम को लिखी गयी चिट्ठी
डाकपाल ने पानी का टैंकर की उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम के सिटी मैनेजर विनय कुमार यादव को चिट्टी लिखी है.चिट्ठी लिखने से तीन दिन बीत गया है. बावजूद, इसके न तो टैंकर उपलब्ध कराया गया है और न ही कोई जवाब दिया है. चिट्टी फाइलों में दब गयी है. इस संबंध में सिटी मैनेजर से बात नहीं हो सकी.कोटनया बोरिंग के लिए हेडक्वार्टर को लिखा गया है. अभी तक अनुमति नहीं मिली है. कैंपस में ही दूसरी बोरिंग है, जिसका पाइप बढ़ाकर पोस्टऑफिस तक सप्लाई करायी जायेगी. यह काम जल्द ही किया जायेगा.
एके गांधी, डाक अधीक्षकडाक विभाग कार्य प्रमंडल, भागलपुरडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है