-बरारी वाटर वर्क्स समीप अब भी नहीं पहुंची गंगा, इंटकवेल तक पंपिंग सेट से पहुंचाया जा रहा है पानी
वरीय संवाददाता, भागलपुर
भागलपुर नगर निगम में आने वाले 12 वार्डों 24, 25, 26, 28, 29, 19, 22, 23, 18, 36, 20, 21 में वाटर वर्क्स से जलापूर्ति होती है. पिछले नौ साल से गंगा में जलस्तर घटने पर जलापूर्ति व्यवस्था बिगड़ जाती है. इस बार कभी हरा पानी आ रहा है, तो कभी जलापूर्ति बंद हो जा रही है और अब लाल पानी आ रहा है. सोमवार को गंगा का जलस्तर तो बढ़ा, लेकिन गंगा इंटकवेल तक नहीं पहुंच पायी है और जलापूर्ति व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ है.गंगा तट पर पंपिंग सेट चलाने वाले निजी कर्मी ने बताया कि वे लोग पिछले चार माह से पंपिंग सेट के जरिये गंगा की धार से पानी इंटकवेल तक पाइप के जरिये पहुंचा रहे हैं. गंगा की धार में भी पानी गंदा है. इंटकवेल के आसपास गाद जम गया है. गंगा से इंटकवेल तक पहुंचा पानी कीचड़युक्त है. इससे साफ करने के बाद भी पीने योग्य बनाना मुश्किल है. पानी में कीड़ा ही कीड़ा नजर आ रहा है. वाटर वर्क्स समीप कीड़े को रोकने के लिए जाली लगायी गयी है. फिर भी छोटे-छोटे कीड़े इंटकवेल के जरिये वाटर वर्क्स के तालाब पहुंच रहे हैं. लोगों ने बताया कि अब यहां गंगा की बजाय नाला ही बचा है. इसमें शहर में बुनकरों समेत अन्य कंपनी का केमिकल वाला पानी, नाला के माध्यम में मल-मूत्र वाला पानी आता है. पंपिंग सेट चलाने वाले निजी कर्मी ने बताया कि दो दिन के अंदर गंगा में पांच इंच तक पानी बढ़ गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है