प्रखंड के विभिन्न इलाकों में सोमवार वट सावित्री व्रत आस्था,श्रद्धा के साथ संपन्न हुआ. अमावस्या पर गंगा स्नान करने वालों की काफी भीड़ देखी गयी. महिलाएं सोलह शृंगार कर बरगद पेड़ के पास पूजा-अर्चना कर बरगद वृक्ष के चारों ओर सूत के धागे के साथ परिक्रमा कर पति की लंबी आयु की कामना की. सुलतानगंज के कृष्णानंद स्टेडियम, ध्वजागली के बूढानाथ मंदिर के समीप वट सावित्री पूजा को लेकर महिलाओं की काफी भीड़ रही. पंडित ने बताया कि यह परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही. महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए पर्व करती हैं. अखंड सुहाग की मंगल कामना की गयी. अकबरनगर प्रतिनिधि के अनुसार अकबरनगर के आसपास वट सावित्री पूजा को लेकर आस्था का जनसैलाब उमड़ा. अकबरनगर के कई क्षेत्र में सुहागिन महिलाएं वट सावित्री व्रत पर पूजा-अर्चना कर पति की लंबी उम्र की कामना की.पीरपैंती में वट सावित्री की पूजा पूरे प्रखण्ड में नियम व निष्ठा के साथ की गयी. ईशीपुर पहाड़, पीरपैंती बाजार, शेरमारी, प्यालापुर पसाहीचक में सभी महिलाओं ने पति के दीर्घायु के लिए वट वृक्ष की पूजा अर्चना कर रक्षा सूत्र बांध सावित्री सत्यवान की कथा सुन अपने पति की लंबी उम्र की कामना की.कहलगांव. प्रखंड के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में वट सावित्री व्रत भक्ति व उत्साह के साथ किया गया. कहलगांव शहर के रेलवे परिसर, थाना परिसर, हाट परिसर, एसएसवी कॉलेज परिसर, चारोंधाम घाट स्थित वटवृक्ष के नीचे महिलाओं की भीड़ लगी रही. वट वृक्ष के पास व्रती महिलाओं ने सावित्री और सत्यवान की कथा सुनी.
पति की लंबी उम्र की कामना लेकर सुहागिन महिलाओं ने वट सावित्री का व्रत रखा. सत्य कुटीर आश्रम, नागा देव आश्रम, ओलपुरा शिवालय, पक्कीसराय, कोदवार, पन्नूचक सहित विभिन्न वट वृक्षों के नीचे व्रती महिलाओं की भीड़ रही.नवगछिया में वट सावित्री पूजा की रही धूम
नवगछिया अनुमंडल क्षेत्र में सोमवार को वट सावित्री पूजा श्रद्धा और भक्ति के साथ की गयी. विभिन्न स्थानों पर सुहागिनों ने वट वृक्ष के नीचे विधिपूर्वक पूजा अर्चना की और अपने पति की लंबी उम्र, सुख-समृद्धि एवं वैवाहिक सुख की कामना की. नवगछिया के थाना चौक, खगड़ा, परवत्ता, रंगरा चौक, खरीक में महिलाओं ने पूजा अर्चना की. मौके पर महिलाओं ने सावित्री-सत्यवान की कथा सुनी.
सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए वट सावित्री का व्रत धूमधाम से किया. सुहागिनों ने सोलह शृंगार कर बांस से बनी बीनी, आम ,लीची व पकवान के साथ वट वृक्ष की पूजा कर धागा को वृक्ष में बांधा. नवविवाहिताओं ने ससुराल से आये फल फूल,पकवान व सोलह बीनी से वट सावित्री की पूजा कर पंडितों से कथा सुना.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है