भागलपुर.
शहर के विक्रमशिला कॉलोनी उर्दू बाजार निवासी स्वर्गीय धीरेंद्र कुमार शाही और उमा शाही के पुत्र यश विशेन ने यूपीएससी में 452वां रैंक प्राप्त कर शहर को गौरवान्वित किया है. मालूम हो कि यश के पिता भागलपुर व्यवहार न्यायालय में एपीपी थे और उनकी मां कलेक्ट्रेट में कार्यरत हैं. मालूम हो कि यश ने लगातार तीसरी बार यूपीएससी की परीक्षा क्रेक की है. पहली बार उसने 627 रैंक, दूसरी बार 624 रैंक प्राप्त किया था. रैंक अधिक रहने के कारण यश ने तीसरी बार भी परीक्षा देने का निर्णय लिया. इस बार यश को लग रहा है कि उसे आइपीएस मिल जाएगा. यश की स्कूली पढ़ाई सेंट जोशेफ स्कूल भागलपुर से हुई है. बोकारो डीपीएस से पल्स टू करने के बाद वह मरचेंट नेवी की तैयारी करने मुंबई चला गया. मुंबई में ही यश ने आइएएस बनने का निर्णय लिया और मेहनत में लग गया. यश ने बताया कि यूपीएससी क्रेक करने के लिए सेल्फ स्टडी की बड़ी भूमिका रहती है. दस से 12 घंटे एकाग्रचित होकर पढ़ाई करने का जज्बा जिसमें है, वह इस दिशा में कदम बढ़ा सकता है. यश ने बताया कि इन दिनों छात्रों के बीच मोबाइल का प्रचलन काफी अत्यधिक हो गया है. मोबाइल का सही इस्तेमाल किया जाय तो यह किसी भी परीक्षा की तैयारी में सहायक सिद्ध होता है, लेकिन मोबाइल में भटकाव के भी कई आयाम है. यश के सफल होने पर उसके दोस्तों, परिजनों ने उसे बधाई दी है और उसके भागलपुर आने का इंतजार कर रहे हैं.
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