Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में भले ही अभी 5 महीने का वक्त है, लेकिन बीजेपी अभी से चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा रहा है कि पार्टी के बड़े नेता लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं. खुद प्रधानमंत्री मोदी 40 दिन के अंदर दो बार बिहार आ रहे हैं. इन सबके बीच सूत्रों की माने तो पार्टी ने चुनाव के लिए अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे दिया है. पार्टी की तरफ से बिहार विधानसभा की सभी 243 सीटों पर सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि पार्टी इस बार अपने मौजूदा विधायकों के टिकट को बड़े स्तर पर काटने की तैयारी कर रही है.
इन विधायकों का टिकट कटना तय
पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जिन मौजूदा विधायकों का प्रदर्शन ठीक नहीं, विधानसभा चुनाव में उनका टिकट काटा जाएगा. साथ ही बीजेपी ने यह भी तय किया है कि व्यक्ति नहीं बल्कि जीतने की क्षमता को टिकट बंटवारे का आधार बनाया जाएगा. सर्वे में जिसका भी नाम नहीं आता उसका टिकट काटा जाएगा, चाहे वह कितना ही बड़ा नेता क्यों न हो. बीजेपी ब्लॉक स्तर पर बैठकें कर रही है, हर सीट पर अपनी ताकत और कमजोरियों का आकलन किया जा रहा है.
सीट दर सीट रणनीति बना रही बीजेपी
इसके साथ विपक्षी दलों और पाला बदलने वाले नेताओं का भी आकलन किया जा रहा है. सीट दर सीट इसी हिसाब से रणनीति बनाई जाएगी और अपने ऐसे नेताओं की पहचान भी की जा रही है, जिनके टिकट नहीं मिलने या अपने मनमाफिक उम्मीदवार न दिए जाने की स्थिति में बगावत करने की आशंकाएं है. बीजेपी का लक्ष्य हर हाल में बिहार चुनाव जीतना है. बिहार चुनाव में जीत एनडीए के लिए इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि महाराष्ट्र की ही तरह बिहार में भी मजबूत विपक्षी गठबंधन है. बीजेपी को लगता है कि बिहार चुनाव में एनडीए के हारने की स्थिति में विपक्षी एकता को मजबूती मिल सकती है.
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सीट शेयरिंग को लेकर जल्दबाजी के मूड में नहीं है बीजेपी
बीजेपी सीट शेयरिंग को लेकर किसी तरह की जल्दबाजी के मूड में नहीं है. सूत्रों का कहना है कि बीजेपी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे दिया है. सहयोगी दलों के साथ सीटों का बंटवारा सबसे आखिर में किया जाएगा. एनडीए में शामिल करीब-करीब सभी पार्टियों ने अपनी डिमांड बीजेपी और जेडीयू जैसे बड़े दलों को बता दी है.