बिहार : 30 तारीख से शुरू होने वाले चैत्र नवरात्र से पहले ही बिहार में एक बार फिर से मीट-मुर्गा को लेकर सियासत तेज हो गई है. नीतीश सरकार में बीजेपी कोटे से पीएचईडी मंत्री नीरज कुमार बबलू ने नवरात्र के दौरान पूरे प्रदेश में मांस की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है. उनके इस मांग का बीजेरी के विधायक पवन जायसवाल ने भी समर्थन किया है. वहीं, बीजेपी नेताओं की इस मांग का कांग्रेस ने जोरदार विरोध किया है और इसे राजनीति से प्रेरित मांग बताया है.

नवरात्र के दौरान मीट पर बैन लगाए सरकार : मंत्री नीरज बबलू
नीतीश कैबिनेट में पीएचईडी मंत्री नीरज कुमार बबलू ने कहा है कि यह करोड़ों हिंदुओं की भावना और आस्था का सवाल है. नवरात्रा के दौरान हिंदू समाज के लोग नॉन वेज से परहेज करते हैं. लोग मटन, मछली चिकेन आदि नहीं खाते हैं. पूजा पाठ में दिक्कत होती है. कई लोग ऐसे हैं जो देखना भी पसंद नहीं करते. अगर लोगों की ओर से मांग की जा रही है तो बैन कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं इसका समर्थन करता हूं.
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मांग जायज है बैन लगना चाहिए : बीजेपी विधायक
मंत्री नीरज बबलू के इस मांग का बीजेपी के विधायक पवन जायसवाल ने भी समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि यह मांग कहां से उठी है यह पता नहीं लेकिन यह मांग जायज है. पर्व, त्योहारों के दौरान पूजा स्थलों पर इन चीजों की बिक्री नहीं होना चाहिए. जिससे भक्ति की भावना आहत या प्रभावित होती हो. सरकार को इन मामलों में उचित कदम उठाना चाहिए. इस पर अगर बैन लगता है तो किसी को आपत्ति नहीं होना चाहिए.

सब खाते हैं मांस : कांग्रेस विधायक
बीजेपी नेताओं की इस मांग पर कांग्रेस विधायक प्रतिमा दास ने जोरदार विरोध किया है. उन्होंने कहा कि मीट-मुर्गा की बिक्री सड़कों पर तो नहीं होती है. इन्हीं लोगों की सरकार है तो कारोबािरियों को निश्चित जगह देना चाहिए. वैसे इनका सेवन तो सभी लोग करते हैं. अगर खाते नहीं हैं तो इतने बड़े पैमाने पर बिकती कैसे है. कांग्रेस विधायक ने बिक्री पर रोक की मांग को राजनीति से प्रेरित बताया है.
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