Amnour Assembly constituency: अमनौर विधानसभा क्षेत्र बिहार के सारण जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्र है, जिसका राजनीतिक इतिहास लगातार बदलावों और प्रतिस्पर्धा से भरा रहा है. 2008 के परिसीमन के बाद इस क्षेत्र की सीमाएं वर्तमान स्वरूप में आईं. प्रारंभिक वर्षों में जेडीयू और कांग्रेस जैसे दलों का प्रभाव रहा, लेकिन 2010 के बाद से यह सीट भाजपा और राजद के बीच टकराव का मुख्य केंद्र बन गई.
क्या है मौजूदा राजनीतिक हालात ?
2015 में भाजपा के शत्रुधन तिवारी (चोकर बाबा) ने जीत दर्ज की, जबकि 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के ही कृष्णा कुमार मंटू ने राजद के सुनील कुमार को कड़े मुकाबले में हराया. भाजपा को करीब 42% और राजद को लगभग 40% वोट मिले, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि यह सीट बेहद प्रतिस्पर्धी बन चुकी है. लोकसभा चुनावों में भी इस क्षेत्र ने भाजपा को समर्थन दिया, जहां राजीव प्रताप रूड़ी लगातार जीतते रहे हैं. हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव में राजद ने कुछ हद तक वापसी की, जिससे संकेत मिलता है कि महागठबंधन की पकड़ भी मजबूत हो रही है.
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क्या है प्रमुख मुद्दे ?
अमनौर क्षेत्र में अब भी बिजली, सड़क और बुनियादी विकास जैसे मुद्दे प्रमुख हैं, और कुछ गांवों ने इन कारणों से मतदान का बहिष्कार भी किया है. मौजूदा विधायक मंटू कभी जेडीयू में थे, लेकिन बाद में भाजपा में शामिल हो गए, जिससे क्षेत्रीय राजनीति में उथल-पुथल देखने को मिली. आने वाले 2025 विधानसभा चुनावों में भाजपा और राजद के बीच कड़ा मुकाबला तय माना जा रहा है, जहां स्थानीय मुद्दे और प्रत्याशियों की छवि निर्णायक भूमिका निभाएंगे.