Bihar News: बक्सर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के खरगपुरा गांव निवासी 23 वर्षीय मजदूर इमामउल हसन की सऊदी अरब में विगत 29 जून को सड़क हादसे में मौत हो गयी थी. जिसका शव गुरुवार के दिन पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया, जिसके सदमे में गंभीर बीमारी से ग्रसित इसकी मां आशिया खातून भी इस दुनिया से चल बसी. मां बेटे की मौत से गांव सहित क्षेत्र में भी चर्चा का विषय बन गया. पुत्र व मां का एक ही साथ जनाजा निकाला गया. जिन्हें स्थानीय कब्रिस्तान में सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में दफन किया गया.
बेटे के शव घर आने से पहले तक माता- पिता को मौत की नहीं थी जानकारी
ग्रामीणों ने बताया कि घर की माली हालत व परिवार की आर्थिक तंगहाली को दूर करने के लिए नूरहसन का पुत्र इमामउल हसन एवं छोटा पुत्र एजाजउल अपने वतन से दूर जाकर सऊदी अरब में किसी कंपनी में काम करते थे, जहां इमामउल हसन की मौत हो गयी. दुर्घटना की खबर गांव पर रह रहे उसके बड़े भाई को दी गयी . लेकिन पिता एवं इसकी मां को इस खबर से दूर रखा गया. उसके साथ गए छोटे भाई को कंपनी ने वापस इंडिया भेज दिया. मां और पिता को मौत की खबर ना लगे इसके लिए उसके साथ सऊदी में रह रहे छोटा भाई उत्तर प्रदेश के किसी रिश्तेदार के यहां ठहर गया, जब भी इसके पिता फोन करते छोटा पुत्र ही फोन उठाता था, सब खैरियत की बात कर दिल को शांत कर देता था.
जुड़वा भाई होने के कारण मौत की खबर छुपाना हुआ आसान
ग्रामीणों ने बताया कि मृतक इमामउल व इसके जुड़वा भाई एजाउल दोनों का चेहरा समान है. शरीर का अधिकांश अंग समान काम करता है. इन दोनों भाइयों की आवाज भी समान है. इसके वजह से इसके मां एवं पिता को इसकी मौत की खबर नहीं लगी. जब भी लोग फोन करते तो लोगों को लगता था कि इमामउल से ही बात कर रहे हैं, जबकि बात उसके छोटा भाई एजाजउल से होती थी.
बेटे की मौत के सदमे बर्दाश्त नहीं कर पायी मां
गुरुवार को शव घर पहुंचने के कुछ ही घंटे पहले उसका छोटा पुत्र पहुंचा तो मां ने पूछा कि बड़ा भाई कहां है. इससे पहले वह कुछ कह पाता तब तक इमामउल का भी शव घर पहुंच गया . मृत शरीर घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. उसकी मां अपने बेटे के अंतिम दर्शन करने से पहले ही मौत के सदमे में दम तोड़ दी . चंद मिनट में ही मां की मौत की खबर ने छोटे बेटे को भी झकझोर दिया. यहां खड़े सभी लोगों की आंखें नम हो गई. घटना की सूचना पर पहुंची क्षेत्र की जिला पार्षद पूजा कुमारी ने परिजनों को ढांढ़स बढ़ाया. परिजन एवं ग्रामीणों ने बताया कि घर के लोगों को उम्मीद थी कि बेटा कुछ अच्छा करेगा तो आने वाले दिन में उसकी शादी करवा देंगे . उससे पहले ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया. इनके पिता नूरहसन अंसारी भी इस सदमे से काफी दुखी हैं. –रजंन कुमार की रिपोर्ट