Darbhanga News: दरभंगा. बीपीएससी से टीआरथ्री के तहत सभी कोटि के चयनित शेष बचे 524 अभ्यर्थियों को काउंसेलिंग के लिए करमगंज स्थित शिक्षा भवन बुलाया गया था. आउंसेलिंग के लिए अभिलेख सत्यापन काउंटर, बायोमेट्रिक काउंटर, उपस्थिति काउंटर, हेल्प डेस्क एवं पूछताछ केंद्र आदि बनाए गए थे. मुख्य द्वार पर भी सुरक्षा के इंतजाम था. सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक काउंसेलिंग कार्य के लिए अधिकृत पदाधिकारी सहित कर्मचारी अभ्यर्थियों का इंतजार करते रहे, मगर मात्र 15 अभ्यर्थी उपस्थित हुए. 07 अभ्यर्थी ने अभिलेख सत्यापन कराया.
मनमाफिक जगह पर पदस्थापन की गारंटी नहीं मिलने पर लौट गये आठ अभ्यर्थी
पूछताछ केंद्र पर आठ अभ्यर्थी उधेड़बुन की स्थिति में रहे. काउंसेलिंग समाप्ति तक परिसर में वे अभिभावक संग भटक रहे थे. वे यह सुनिश्चित हो जाना चाह रहे थे कि पदस्थापन शहर में होगा, शहर से सटे पंचायत में होगा अथवा सुदूर इलाके में. काउंटर पर मौजूद कर्मियों ने जब कारण जानना चाहा, तो पता चला कि ये अभ्यर्थीगण कहीं और किसी सरकारी जॉब में हैं. चाह यह रहे हैं कि घर के नजदीक के किसी विद्यालय में पदस्थापन की गारंटी मिल जाए, तो अभिलेख सत्यापन कर लें. इसके लिए वे कभी डीपीओ तो कभी डीइओ कार्यालय के वरीय लिपिक के संपर्क में चल रहे थे. जब पदस्थापन की गारंटी नहीं मिली तब ये पूछताछ केंद्र से आगे के काउंटर पर अभिलेख सत्यापन के लिए नहीं बढ़े.
कहते हैं अधिकारी
काउंसेलिंग का कार्य संपन्न कर लिया गया. 524 अभ्यर्थियों को काउंसेलिंग के लिये बुलाया गया था. राज्य मुख्यालय स्तर से इन अभ्यर्थियों को अंतिम मौका दिया गया था.
केएन सदा, डीइओ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है