Darbhanga News: दरभंगा. यह पहला मौका होगा जब जिले के अधिकांश प्राथमिक विद्यालय हेड टीचर से लैस हो रहे हैं. अब तक इन विद्यालयों का संचालन प्रभार की बदौलत किया जा रहा था. अब 1338 प्राथमिक विद्यालयों में पूर्णकालिक हेड टीचर पदस्थापित किए गए हैं. इनका योगदान आवंटित विद्यालय में 21 जुलाई से शुरू हो जाएगा. विभागीय निर्देश के अनुसार नव पदस्थापित हेड टीचर 26 जुलाई तक आवंटित विद्यालय में योगदान कर सकेंगे. एक अनुमान के मुताबिक जिले में 1511 प्राथमिक विद्यालय हैं. इसमें से 1338 प्राथमिक विद्यालयों में हेड टीचर का पदस्थापन किया गया है. नवनियुक्त हेड टीचरों के बीच औपबंधिक नियुक्ति पत्र, विद्यालय पदस्थापन पत्र एवं योगदान प्रपत्र का वितरण विभिन्न प्रखंड संसाधन केंद्रों पर गत शनिवार से ही किया जा रहा है. जिन प्रखंडों के विद्यालयों में हेड टीचर का पदस्थापन किया जा रहा है, उसी प्रखंड में उन्हें औपबंधिक नियुक्ति पत्र आदि का वितरण किया जा रहा है. इसी आधार पर उन्हें विद्यालय में योगदान मिल सकेगा. विभाग ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि विद्यालय में योगदान की तिथि से इन्हें हेड टीचर के वेतन का लाभ मिल सकेगा. ऐसी स्थिति में नवनियुक्त प्रधान शिक्षक जल्द से जल्द आवंटित प्राथमिक विद्यालय में योगदान करने का प्रयास कर रहे हैं. विभाग ने पहले ही त्यागपत्र एवं स्वच्छता प्रमाण पत्र की प्रक्रिया को शिथिल कर दिया है. संबंधित प्रधान शिक्षक विद्यालय के योगदान के तिथि से ही पूर्व के विद्यालय से स्वत त्यागपत्र स्वीकृत माना जाएगा. वही तत्काल योगदान के समय स्वच्छता प्रमाण पत्र जमा करने की अनिवार्यता को तत्काल शिथिल कर दिया है.
मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में संलग्न शिक्षकों में असमंजस की स्थिति
हेड टीचर के रूप में चयनित कई शिक्षक गहन पुनरीक्षण कार्य में बीएलओ एवं बीएलओ पर्यवेक्षक के रूप में प्रतिनियुक्ति हैं. निर्वाचन आयोग ने इस कार्य में संलग्न सभी पदाधिकारी एवं कर्मियों का स्थानांतरण नहीं करने का अनुरोध शिक्षा विभाग से किया है. हालांकि विभाग की ओर से इस संबंध में कोई भी पत्र अब तक जारी नहीं किए जाने की सूचना है. वहीं दूसरी और बिरौल के बीडीओ ने डीइओ से इस संदर्भ में मार्गदर्शन की मांग की है. इन परिस्थितियों को लेकर नव पद स्थापित प्रधान शिक्षकों में असमंजस की स्थिति देखी जा रही है. हालांकि उन्हें आशा है कि विभाग की ओर से इन परिस्थितियों में कोई न कोई रास्ता निकाल लिया जाएगा. जैसा की पूर्व में स्थानांतरित मातृत्व अवकाश, रग्नावकाश अवकाश आदि में शामिल शिक्षिकों को तकनीकी योगदान कराया गया तथा अवकाश से वापस आने पर वास्तविक रूप से नव पदस्थापित विद्यालय में योगदान का मौका दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है